CG BREAKING: Ajay Chandrakar’s big statement in support of the Reservation Bill …
रायपुर। प्रदेश में आरक्षण को लेकर सरकार द्वारा दो विधेयक लाया जायेगा, इसके लिए सरकार ने बीजेपी से भी समर्थन मांगा है, इसके जवाब में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि, संसदीय कार्य मंत्री जी से मैं कहना चाहता हूं कि अभी कोई भी बात स्टेबल ही नहीं हुई है, विधानसभा अभी चालू नहीं हुई है तो किस बात पर वे समर्थन चाह रहे हैं ?
हम पढ़ेंगे-लिखेंगे उनका आशय जानेंगे, तभी तय करेंगे कि उसका समर्थन करना है या नहीं करना है। लेकिन जो वातावरण बन रहा है उसमें सरकार सुप्रीम कोर्ट गई। जो 58% आरक्षण था सरकार उसको बहाल करने के लिए सुप्रीम कोर्ट गई है क्या? अब 76% देना चाहती है जो देश में सर्वाधिक होगा। तो क्या वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को वापस लेगी।
कांग्रेस सरकार है कंफ्यूज हैः अजय
दूसरी बात यह है कि, मुख्यमंत्री जी कहते है कि मैं 81% आरक्षण देने के लिए तैयार हूं, तो इस बिल में 76ः क्यों है? तीसरी महत्वपूर्ण बात यह है कि कांग्रेस कंफ्यूज है इसमें 10 परसेंट ईओडब्ल्यू के लिए आरक्षण तय हुआ था जो संवैधानिक है। कांग्रेस ने एक बार सहमति दे दी इसके बाद अपना स्टैंड बदल दिया। भूपेश बघेल और उनकी सरकार ने भी ईओडब्ल्यू के आरक्षण को 4 परसेंट किया है। सरकार के इस टोटल घटनाक्रम को हम देखे हैं तो वह कंफ्यूज है।
पूरा सत्र बुलाना चाहिएः अजय
अजय चंद्राकर ने कहा कि, दूसरा मैटर यह है कि हमको आमंत्रण नहीं मिला था, नोटिफिकेशन भी नहीं मिला। कांग्रेस के अधिकृत पेज में मोहन मरकाम जी लिखते हैं की विशेष सत्र हम बुलाए हैं, तो यह तो अवमानना हुई। अगर आरक्षण के लिए विशेष सत्र बुलाए है तो शासकीय कार्य कर रहे हैं और अगर शासकीय कार्य कर रहे हैं तो पूरा शासकीय कार्य करना चाहिए जो विधानसभा में 1 दिन में होता है। यह सरकार तो पूरी तरह से आत्मविश्वास खो चुकी है। पूरे सत्र बुलाकर चर्चा करना चाहिए, एक दिन के लिए बजट लाए और एक ही दिन में सब कुछ करें और समर्थन की बात करें, सभी नियमों को शिथिल करके उसी दिन पारित करें यह सरकार चाहती है।
चंद्राकर ने आगे कहा कि, सरकार हड़बड़ी इसलिए कर रही है क्योंकि 5 दिसंबर को भानुप्रतापपुर में उपचुनाव होना है। कांग्रेस को आरक्षण से कोई मतलब नहीं है और इतिहास भी देख ले कांग्रेस और आरक्षण का कोई संबंध नहीं है। आरक्षण को लेकर बीजेपी की हमेशा सकारात्मक विचार रही है।