कोरबा। बीजेपी के सीनियर लीडर और पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर का एक बार फिर विवादित बयान सामने आया हैं। ननकीराम कंवर ने चांपा-कोरबा नेशनल हाइवे के लिए अधिग्रहित जमीन के एवज में कम मुआवजा बनाने का आरोप राजस्व विभाग पर लगाया हैं। ननकीराम कंवर यहीं नही रूके उन्होने आगे कहा गलत करने के बाद भी अगर कलेक्टर उसे छोड़ेगा, तो कलेक्टर भी आयेगा तो मार खायेगा।
ननकीराम कंवर के इस बयान के बाद एक बार फिर प्रदेश की सियासत गरमा गयी हैं। ननकीराम कंवर के इस विवादित बयान के बाद अब कांग्रेस पलटवार कर रही हैं। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने ननकीराम कंवर के इस बयान को भारतीय जनता पार्टी का चरित्र बताया हैं।
गौरतलब हैं कि चांपा सारागांव से कोरबा के बरबसपुर तक बन रहे नेशनल हाइवे फोरलेन सड़क का विवाद थमने का नाम ही नही ले रहा हैं। 38.200 किलोमीटर के इस सड़क निर्माण के लिए राजस्व विभाग द्वारा विधिवत अधिग्रहित जमीन मालिकों का सर्वे कर उनका मुआवजा तैयार किया गया था। प्रभावित लोगों में से अधिकांश लोगों ने अपना मुआवजा लेकर जमीन सड़क निर्माण के लिए दे दिया। लेकिन 38 किलोमीटर की इस सड़क में से आज भी 8 किलोमीटर सड़क का काम शुरू नही हो सका हैं। तीन दिन पहले ही पूर्व गृहमंत्री और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर ने पताढ़ी में ठेका कंपनी के द्वारा तोड़े जा रहे मकान-दुकान का विरोध करते हुए मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर काम बंद करवा दिया था।
राजस्व और पुलिस विभाग के अधिकारियों की मौजूदगी में जब तहसीलदार द्वारा मुआवजा प्रकरण की वस्तुस्थिति से अवगत कराने का प्रयास किया गया, तब ननकीराम कंवर ने तैश में आकर बीच सड़क पर ही तहसीलदार के साथ बदसलुकी करते हुए वहां से भाग जाने की धमकी दे दी थी। इस घटना के बाद जब रामपुर विधायक ननकीराम कंवर से मीडिया ने उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होने राजस्व विभाग पर कम मुआवजा बनाने का आरोप लगाया गया। बातचीत में ननकीराम कंवर ने घटना के दिन की बात कहते हुए ये तक कह दिया कि राजस्व विभाग के अधकारी गलत प्रकरण बनाये हुए हैं। इसलिए उन्होने तहसीलदार को वहां से भागने के लिए कह दिया था।
आगे ननकीराम कंवर ने सीधे कलेक्टर को धमकी देते हुए ये कह दिया कि…. गलत करने के बाद भी यदि कलेक्टर उसे छोड़ते हैं, तो फिर वहां कलेक्टर भी आयेगा तो मार खायेगा। ननकीराम कंवर यहीं नही रूके उन्होने आगे यहां तक कहा कि ….मैं बतला दिया हूं उनके आदमी को……मेरे सामने दिख जायेगा कोई ठेकेदार का आदमी…..और बहस किया ना, तो फिर मैं बहुत लोगों को मारा हूं, मैं अब नही छोड़ूंगा! भाजपा के सीनियर आदिवासी नेता और रामपुर विधायक ननकीराम कंवर के इस बयान ने एक बार फिर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी हैं। एक ओर जहां ननकीराम कंवर पर करोड़ो रूपये मुआवजा लेने के बाद भी एन.एच के लिए अधिग्रहित राइस मिल की जमीन पर से कब्जा नही हटाने का गंभीर आरोप हैं। उधर ननकीराम कंवर के इस बयान के बाद अब कांग्रेस ने भी पलटवार किया हैं।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने ननकीराम कंवर के इस बयान को भारतीय जनता पार्टी का चरित्र बताया हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश से सत्ता जाने के बाद बीजेपी के नेता बौखलाए हुए हैं, और इसी बौखलाहट में वो अधिकारियों को मारने-पीटने की धमकी दे रहे हैं, जो कि काफी निंदनीय हैं। वही दूसरी तरफ मुआवजा के नाम पर कलेक्टर और तहसीलदार को सीधे धमकी दिये जाने से कही ना कही बीजेपी की फजीहत भी हो रही हैं। ऐसे में चुनावी साल में जहां बीजेपी कांग्रेस को घेरने में लगी हुई हैं। वहीं ननकीराम कंवर ने उल्टे कांग्रेस को बैठे-बिठाये नया मुद्दा दे दिया हैं। अब ये देखने वाली बात होगी कि चांपा-कोरबा नेशनल हाइवे का मामला समय रहते शांत होता हैं या फिर विकास की राह पर राजनीति का रोढ़ा अभी और अटकेगा, ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा।