मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान, अभी 70 विधायक हैं और भी बढ़ सकते हैं…ढ़ाई ढ़ाई साल के फार्मूले पर कहा यह
रायपुर। सियासी घमासान के बीच मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान ने प्रदेश में राजनीतिक सरगर्मियां और बढ़ा दी हैं। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (GPM) जिला पहुंचे सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के अभी 70 विधायक हैं, कई और भी बढ़ सकते हैं। उनके इस बयान को जोगी कांग्रेस यानी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का कांग्रेस में विलय की संभावनाओं से निकाला जा रहा है।
वहीं ढाई-ढाई साल वाले फॉर्मूले पर मंत्री सिंहदेव ने कहा कि इस पर सारी बातें हो गई हैं। मंत्री सिंहदेव शनिवार को मरवाही विधायक डॉ. केके ध्रुव के घर उनके बड़े बेटे इंजीनियर प्रवीण ध्रुव के निधन पर शोक जताने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ बिलासपुर विधायक शैलेष पांडेय भी मौजूद रहे।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंहदेव ने कहा कि प्रदेश में सभी नेता अपना अपना काम कर रहे हैं, सब अपनी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। वहीं छत्तीसगढ़ अड़ा हुआ है कि डोल रहा है के सवाल पर कहा कि इस पर अब कोई चर्चा बाकी नहीं रह गई है। इसके अलावा राहुल गांधी के दौरे को लेकर मंत्री ने कहा कि कल ही पुनिया जी का फोन आया था उनसे राहुल जी के दौरे को लेकर चर्चा हुई है। अभी दौरा कार्यक्रम तय नहीं हुआ है।
मरवाही विधायक के यहां शोक जताने गए मंत्री सिंहदेव ने कांग्रेस में विधायकों की संख्या बढ़ने का बयान देकर प्रदेश में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत दिए हैं। उनके इस बयान का आशय यह निकाला जा रहा है कि जोगी कांग्रेस यानी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पास इस समय 4 विधायक हैं। रेणु जोगी, धर्मजीत सिंह, देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा इन चारों में से प्रमोद शर्मा और देवव्रत पहले ही कांग्रेस में वापसी की घोषणा कर चुके हैं। लेकिन दल बदल कानून के तहत उन्हें एक विधायक का और साथ चाहिए।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के नेता लगातार दिल्ली में थे तो खबर फैली थी कि रेणु जोगी ने भी सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा है। इससे जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विलय की बातचीत के रूप में देखा जा रहा था। हालांकि यह मुलाकात हो नहीं पाई। उस समय चली चर्चा अब सिंहदेव के बयान के बाद फिर तेज हो गई है। अगर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का विलय कांग्रेस में हो जाता है तो यहां कांग्रेस के 74 विधायक हो जाएंगे। सिंहदेव ने अजीत जोगी जो कि इस पार्टी के संस्थापक थे, उनके गढ़ मरवाही में ही यह बयान दिया है। इसलिए यह मुद्दा अब और चर्चा में आ गया है।