BIG POLITICAL NEWS : बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी को मिला नया अध्यक्ष, अखिलेश प्रसाद सिंह को बड़ी जिम्मेदारी
BIG POLITICAL NEWS: Bihar Pradesh Congress Committee gets new president, Akhilesh Prasad Singh gets big responsibility
पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी को नया अध्यक्ष मिल गया है. राज्यसभा सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह को अब इसकी जिम्मेदारी दी गई है. इसके पहले अब तक मदन मोहन झा इसकी जिम्मेदारी संभाल रहे थे. सोमवार को इस संबंध में पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी गई कि अब बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी डॉक्टर अखिलेश प्रसाद सिंह संभालेंगे. वहीं मदन मोहन झा के योगदान की सराहना की गई.
अखिलेश प्रसाद सिंह अभी राज्यसभा सांसद है. ये कांग्रेस के कार्यकाल में 2004 से लेकर 2009 तक केंद्रीय राज्य मंत्री – कृषि उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण के पद पर रह चुके हैं. अखिलेश प्रसाद सिंह लालू प्रसाद यादव के बहुत करीबी रहे हैं. आरजेडी के शासनकाल में अखिलेश प्रसाद सिंह 2000 से लेकर 2004 तक बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में रह चुके हैं. अखिलेश प्रसाद सिंह के पिता शिवकुमार प्रसाद सिंह हैं जो एक समृद्ध किसान के रूप में थे. उनके पिता का राजनीति से कोई लेना-देना नहीं था.
अरवल के रहने वाले हैं अखिलेश –
अखिलेश प्रसाद सिंह अरवल जिला के रहने वाले हैं. मोतिहारी से लोकसभा का चुनाव लड़ कर 2004 में जीते थे, उसी वक्त 2007 में उनको कांग्रेस की ओर से खाद उपभोक्ता राज्य मंत्री बनाया गया था. अखिलेश प्रसाद सिंह भूमिहार जाति से आते हैं. अखिलेश प्रसाद सिंह बिहार कांग्रेस के कैंपेन समिति के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. लालू प्रसाद से मनमुटाव के बाद वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे.
राज्यसभा सदस्य होने के बावजूद भी अखिलेश प्रसाद सिंह का राज्य की राजनीति में बड़ा दखल माना जाता है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के चुनाव के समय भी अखिलेश प्रसाद ने काफी सक्रिय रूप से उनके प्रचार प्रसार का काम देखा था. राहुल गांधी के करीबी के रूप में भी अखिलेश प्रसाद को जाना जाता है.
उनके पुत्र आकाश कुमार सिंह को 2019 के लोकसभा चुनाव में रालोसपा के टिकट पर वे पूर्वी चंपारण सीट से चुनाव लड़वा चुके हैं. इस लोकसभा चुनाव में आकाश कुमार सिंह को बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह से हार का सामना करना पड़ा था.