Trending Nowदेश दुनियाराजनीतिशहर एवं राज्य

BIG NEWS : US के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किया सरेंडर

BIG NEWS : Former US President Donald Trump surrendered

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चुनाव में धोखाधड़ी के मामले में अटलांटा की फुल्टन काउंटी जेल में सरेंडर कर दिया है. ट्रंप के सरेंडर को देखते हुए जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. हालांकि सरेंडर करने के 20 मिनट बाद ही वह बाहर आ गए. उनका काफिला अटलांटा के हर्ट्सफील्ड-जैक्सन एयरपोर्ट की ओर बढ़ गया. जहां वह निजी जेट न्यू जर्सी गोल्फ क्लब के लिए रवाना होंगे.

ट्रंप के सरेंडर करने के बाद शेरिफ ऑफिस ने कहा कि ट्रंप को औपचारिक रूप से अरेस्ट कर लिया गया है. वहीं अधिकारियों ने कहा कि उन्हें फुल्टन काउंटी जेल में ट्रंप के मग शॉट लेने की उम्मीद है. ट्रंप की चौथी गिरफ्तारी के बाद फुल्टन काउंटी जेल ने एक मग शॉट जारी किया है. ट्रंप अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति बन गए हैं, जिन्होंने अपना मगशॉट लिया है. ये तस्वीर ट्रंप के जॉर्जिया में सरेंडर करने के बाद जारी की गई थी. इसमें पूर्व राष्ट्रपति नीला ब्लेज़र और लाल टाई पहने हुए कैमरे की ओर घूरते हुए देख रहे हैं.

ट्रंप के जेल पहुंचते ही दर्जनों समर्थक ट्रंप के बैनर और अमेरिकी झंडे लहराते हुए उनकी एक झलक पाने के लिए खड़े हो गए. बाहर एकत्र हुए ट्रम्प समर्थकों में जॉर्जिया के अमेरिकी प्रतिनिधि मार्जोरी टेलर ग्रीन भी थे, जो पूर्व राष्ट्रपति के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक हैं. अटलांटा क्षेत्र में विमानन उद्योग से जुड़े 49 वर्षीय लाइल रेवर्थ गुरुवार सुबह से ही जेल के पास 10 घंटे से इंतजार कर रहे थे. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि वह मुझे झंडे लहराते हुए, समर्थन दिखाते हुए देखेंगे.

ट्रंप ने जॉर्जिया (अटलांटा) के लिए रवाना होने से पहले अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर अभियोजक फानी विलिस पर निशाना साधा. साथ ही दावा किया कि वह अटलांटा में अपराध की दर के लिए जिम्मेदार हैं. फानी विलिस वही अधिकारी हैं जिन्होंने ट्रंप के खिलाफ चौथा केस दर्ज कराया था. इतना ही नहीं, ट्रंप ने सोमवार को अपने सोशल मीडिया पर कहा था कि वह जॉर्जिया में सरेंडर करेंगे. उस दिन उन्हें डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी फानी विलिस द्वारा अरेस्ट किया जाएगा.

क्या है मामला?

बता दें कि 2020 के अमेरिकी चुनाव के परिणामों को पलटने के डोनाल्ड ट्रम्प के प्रयासों की जांच कर रहे विशेष वकील ने 45 पेज की चार्जशीट दायर की थी. इसमें ट्रंप के खिलाफ 4 आरोप लगाए गए थे. 1- अमेरिका को धोखा देने की साजिश, 2- आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश, 3- किसी आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालना और बाधा डालने का प्रयास करना. 4- अधिकारों के खिलाफ साजिश.

ये कहा गया था अभियोग में

अभियोग में कहा गया था कि ट्रम्प के चुनाव जीतने के दावे झूठे थे. उन्हें पता था कि उनके दावे गलत हैं फिर भी उन्हें दोहराकर व्यापक रूप से प्रसारित किया. उन्होंने देश में अविश्वास, जनता को भड़काने का माहौल बनाने और चुनाव प्रशासन में जनता के विश्वास को कम करने के लिए ऐसा किया. संघीय अभियोजकों का कहना है कि डोनाल्ड ट्रम्प इन साजिशों के जरिए सत्ता में बने रहना चाहते थे.

क्या है ट्रंप के समर्थकों का कहना?

ट्रंप के खिलाफ आपराधिक मामला ऐसे समय में सामने आया है, जबकि वह अपनी पार्टी के राष्ट्रपति पद के नामांकन पर कब्जा करने की होड़ में आगे चल रहे हैं. ट्रंप और उनके समर्थक इसे राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. फिर भी उनके खिलाफ ये आरोप आधुनिक इतिहास में अमेरिकी लोकतंत्र के लिए सबसे गंभीर खतरों में से एक है.

जॉर्जिया में चुनाव परिणाम में गड़बड़ी का है आरोप

अमेरिका में नवंबर 2020 में चुनाव हुए थे, जिसके परिणाम आने के बाद ट्रंप ने अपनी हार स्वीकार करने से इनकार कर दिया था और झूठ फैलाया कि उनकी जीत हुई है. इसके बाद छह जनवरी, 2021 को यूएस कैपिटल हिंसा हुई. ट्रंप के समर्थकों ने व्हाइट हाउस में घुसकर तोड़-फोड़ की और अधिकारियों पर हमला कर चुनावी गिनती को भी बाधित किया.

 

Share This: