BIG BREAKING : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन की सैन्य सहायता पर लगाई रोक, ज़ेलेंस्की के साथ तीखी बहस के बाद लिया फैसला

BIG BREAKING: US President Donald Trump halts military aid to Ukraine, decision taken after a heated debate with Zelensky
नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सभी सैन्य सहायता को तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फैसला उस घटना के कुछ दिनों बाद आया है जब व्हाइट हाउस में यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ ट्रंप की तीखी बहस हुई थी। इस निर्णय से यूक्रेन को अमेरिका से मिलने वाली महत्वपूर्ण सैन्य मदद पर सवाल खड़ा हो गया है।
सैन्य सहायता पर रोक का कारण
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी रक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि ट्रंप प्रशासन तब तक सैन्य सहायता नहीं देगा, जब तक यूक्रेन के नेता शांति के लिए स्पष्ट नीयत नहीं दिखाते। इस फैसले के तहत यूक्रेन को भेजे जाने वाले सभी अमेरिकी सैन्य उपकरण, जिनमें वे हथियार भी शामिल हैं जो पहले ही जहाजों या विमानों में लोड हो चुके थे, उन्हें रोक दिया गया है।
ट्रंप-ज़ेलेंस्की के बीच क्या हुआ?
पिछले शुक्रवार को वाशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में ट्रंप और ज़ेलेंस्की की बैठक के दौरान विवाद हुआ। ज़ेलेंस्की खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए आए थे, लेकिन जब उन्होंने भविष्य में रूस के हमले के खिलाफ सुरक्षा गारंटी मांगी, तो ट्रंप ने यह सौदा रद्द कर दिया। दोनों नेताओं के बीच हुई बहस सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति का बयान
बैठक के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ज़ेलेंस्की को ‘अकृतज्ञ’ करार दिया। वहीं, ट्रंप ने उन पर ‘तीसरे विश्व युद्ध के लिए आग भड़काने’ का आरोप लगाया। ट्रंप पहले ही रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की इच्छा जता चुके हैं, लेकिन उनके कुछ बयानों के चलते उन पर रूस समर्थक होने के आरोप भी लगे हैं।
पहले जारी थी यूक्रेन की मदद
जनवरी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 90 दिनों के लिए विदेशी सहायता पर रोक लगाई थी, हालांकि इसमें इज़राइल और मिस्र को मिलने वाली सहायता जारी रही थी। उस समय यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य मदद पर कोई रोक नहीं थी।
आगे क्या होगा?
ट्रंप के इस फैसले के बाद यूरोपीय नेता यूक्रेन और रूस के बीच शांति समझौते की कोशिशें तेज कर रहे हैं। वे एक नई शांति योजना तैयार कर रहे हैं, जिसे अमेरिका के सामने पेश किया जाएगा। अब देखना यह होगा कि ट्रंप इस प्रस्ताव पर क्या रुख अपनाते हैं और क्या यूक्रेन को अमेरिकी सहायता दोबारा मिल पाएगी या नहीं।