BIG BREAKING : शाम होते-होते अडानी ग्रुप को दूसरा बड़ा झटका ! केन्या में 2 बड़े प्रोजेक्ट किए रद्द
BIG BREAKING: Second big blow to Adani Group by evening! 2 big projects canceled in Kenya
नई दिल्ली। केन्या के राष्ट्रपति विलियम रुटो ने गुरुवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने अपने देश के मुख्य हवाई अड्डे के विस्तार की योजना रद्द कर दी है। इस प्रोजेक्ट के लिए भारत के अडानी समूह ने भी बोली लगाई थी। रुटो ने अडानी ग्रुप के साथ 70 करोड़ डॉलर से ज्यादा का एक और सौदा रद्द कर दिया है। यह सौदा बिजली लाइनों के निर्माण के लिए हुआ था।
यह सब अडानी ग्रुप पर अमेरिका में लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद हुआ है। अमेरिकी अभियोजकों का कहना है कि अडानी ग्रुप ने भारतीय अधिकारियों को रिश्वत दी थी। इसके बदले में अडानी को सोलर एनर्जी के बिजनेस में फायदा मिला। अडानी ग्रुप ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया है। भारत सरकार ने अभी तक इस पर कुछ नहीं कहा है।
अमेरिका में क्या लगे हैं आरोप?अमेरिका ने अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी और छह अन्य लोगों पर आरोप लगाए हैं। इन पर भारत में रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स के लिए रिश्वत देने और धोखाधड़ी करने का आरोप है। अमेरिका का कहना है कि इससे अडानी की कंपनी और भारत की अज्योर पावर को फायदा हुआ। अमेरिका का शेयर बाजार NYSE 2023 के आखिर तक अज्योर पावर के शेयर बेचता था।
2020 में अमेरिका ने एक सीक्रेट रिपोर्ट तैयार की थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि अडानी ग्रीन और अज्योर पावर के अधिकारियों ने जानबूझकर और इच्छा से साजिश रची थी। उन्होंने भारत के सरकारी अधिकारियों को रिश्वत देने की बात कबूली है। बदले में उन्हें बिजनेस में फायदा चाहिए था।
अडानी और उनके अधिकारियों पर यह भी आरोप है कि उन्होंने अमेरिकी निवेशकों और कर्जदाताओं को गुमराह किया। उन्होंने कंपनी के भ्रष्टाचार विरोधी नीतियों के बारे में झूठ बोला था। ऐसा करके उन्होंने निवेशकों से पैसे ऐंठे। 2021 से 2024 के बीच अडानी ने लोन और बॉन्ड के जरिए 3 अरब डॉलर से ज्यादा जुटाए। इसमें अमेरिकी निवेशकों का भी पैसा था।
क्या कहता है अमेरिकी रेगुलेटर का नोट?
अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (SEC) ने कहा, ‘गौतम और सागर अडानी सितंबर 2021 में अडानी ग्रीन के एक नोट ऑफर के दौरान रिश्वतखोरी में शामिल थे। इस ऑफर से 750 मिलियन डॉलर जुटाए गए थे, जिसमें अमेरिकी निवेशकों के लगभग 175 मिलियन डॉलर शामिल थे। अडानी ग्रीन के ऑफर दस्तावेजों में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी विरोधी प्रयासों के बारे में बयान शामिल थे जो झूठे या भ्रामक थे।’
अभियोजकों ने आरोप लगाया कि इस साल की शुरुआत में अडानी ने जनता, भारतीय शेयर बाजार और निवेशकों को गुमराह करने वाले बयान दिए, जबकि उन्हें 2023 में अमेरिकी जांच के बारे में पता चल गया था।