BIG BREAKING: Accident on Radha Ashtami in Mathura, two devotees died
मथुरा के बरसाना में राधाष्टमी के दौरान दर्शन करने आए दो श्रद्धालुओं की दम घुटने से मृत्यु हो गई। ये दुर्घटना शनिवार सुबह लाडली जी के मंदिर में अभिषेक-पूजन के दौरान हुई। यहां लोग दर्शन करने के लिए पहुंचे थे। अधिक लोगों के पहुंचने के बाद 2 भक्तों का दम घुट गया। उनके शव को पुलिस ने कब्जे में लिया है। बाकी लोगों को सुरक्षित परिसर से बाहर निकाला जा रहा है।
रात में ही आने लगे थे भक्त, इंतजाम हुए नाकाफी –
राधाष्टमी आज 23 सितंबर को बड़े ही हर्षोल्लास और धूमधाम से मनाई जा रही है। मथुरा-वृंदावन में देशभर से श्रद्धालुओं का आगमन 22 सितंबर से ही शुरू हो गया था। 23 सितंबर यानी शनिवार की सुबह करीब चार बजे राधाजी जन्म के साथ उनका अभिषेक किया जा रहा था।
लाडली जी के दर्शन-पूजन के लिए लोग पहुंच रहे थे। यहां अनुमान से अधिक भीड़ पहुंच गई थी। करीब 2 लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी होने पर अचानक भक्तों की भीड़ के बीच शोर मचने लगा। कुछ लोगों के दम घुटने की बात सामने आई। 1 महिला समेत 2 श्रद्धालु बेहोश हो गए। इसके बाद मथुरा एसएसपी शैलेश पांडेय समेत प्रशासकीय अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
श्रद्धालु प्रयागराज की महिला, दूसरे की पहचान नहीं –
लोगों ने बताया कि मरने वालों में प्रयागराज की रहने वाली 60 वर्षीय श्रद्धालु राजमणि भी शामिल हैं। वो राधा रानी के दर्शन करने अपने परिवार के साथ बरसाना पहुंची थीं। शनिवार सुबह वह लाडलीजी के अभिषेक-पूजन में शामिल होने के लिए सीढ़ियों से लाडली जी मंदिर जा रही थीं। तभी भीड़ के दबाव में उनका दम घुटने लगा। वो बाहर भी नहीं निकल सकीं। वो बेहोश हो गईं। इसके बाद उन्हें सीएचसी ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
इसके अतिरिक्त, बरसाना के सुदामा चौक पर एक अन्य बुजुर्ग भी भीड़ के बीच में बेहोश हो गए। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। पुलिस के मुताबिक, उनकी पहचान नहीं हो सकी है। सीएचसी के प्रभारी डॉक्टर मनोज वशिष्ठ ने बताया,”दोनों ही श्रद्धालुओं को यहां मृत लाया गया था। महिला श्रद्धालु की मेडिकल हिस्ट्री में मधुमेह से पीड़ित होना सामने आया है।”
एक बार फिर व्यवस्था में प्रशासन फेल –
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में पिछले साल कृष्ण जन्माष्टमी पर हादसे से प्रशासन ने सबक नहीं लिया। पिछले साल कृष्ण जन्माष्टमी पर भी ऐसे ही लापरवाही की गई। जिसमें बांके बिहारी परिसर के अंदर ही 2 भक्तों का दम घुट गया था।
राधाष्टमी पर हुए हादसे के बाद लोगों के आरोप हैं कि पुलिस ने रस्सी डालकर लोगों को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन उससे कुछ स्पॉट पर लोगों का दबाव ज्यादा हो गया। इसी वजह से ये हादसा हुआ। वहीं, प्रशासन की तरफ से बीमारी के चलते मौत होने की बात कही जा रही है।
करनाल से आई महिला श्रद्धालु बोलीं-पुलिस ने रास्ते क्यों बंद किए –
हादसे के बाद भक्तों से भी बात की गई। करनाल से आई एक महिला भक्त ने कहा,”इतनी दूर से हम सिर्फ दर्शन के लिए आए। इतनी ज्यादा धक्का-मुक्की हो रही है। पुलिस ने कई रास्ते बंद कर रखे हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। कई बार मैं गिरने से बची। सरकार ने यहां बाइक पर बंद कर दी है। मेरे घुटनों का ऑपरेशन हुआ है। हमारे जैसे लोग कैसे जाए दर्शन के लिए।”
जन्माष्टमी पर बांके बिहारी मंदिर में रात दो बजे मंगला आरती के दौरान दम घुटने से दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। 6 श्रद्धालुओं की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों को फिलहाल वृंदावन के 3 अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। मरने वालों में एक महिला और एक पुरुष है। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि 50 से ज्यादा लोग बेहोश होकर गिर पड़े।
मंदिर के सेवादारों के मुताबिक, अधिकारियों के परिजन छत पर बनी बालकनी से दर्शन कर रहे थे। अधिकारियों ने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए ऊपरी मंजिल के गेट बंद करा दिए। भीड़ का दबाव बढ़ने लगा जिससे हादसा हुआ।