CG SCHOOL FRAUD : 77 लाख के गबन मामले में आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर, बेलतरा स्कूल घोटाले पर कार्रवाई की रफ्तार पर उठे सवाल

CG SCHOOL FRAUD : The accused in the embezzlement case of 77 lakhs is still absconding, questions raised on the speed of action on Beltara school scam
बिलासपुर। CG SCHOOL FRAUD बेलतरा के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 77 लाख रुपये के गबन का मामला भले ही कई महीनों से खुला पड़ा है, लेकिन आरोपी अब तक गिरफ्त से बाहर हैं। इस मामले में व्याख्याता पुन्नीलाल कुर्रे, सहायक ग्रेड-2 कैलाशचंद्र सूर्यवंशी और दिवंगत प्रभारी प्राचार्य प्यारेलाल मरावी के खिलाफ एफआईआर तो दर्ज हुई, लेकिन कार्रवाई की रफ्तार बेहद धीमी है।
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2018-19 के दौरान स्कूल के प्रभारी प्राचार्य प्यारेलाल मरावी, व्याख्याता पुन्नीलाल कुर्रे और सहायक कैलाशचंद्र सूर्यवंशी ने मिलकर 11 महीनों में 77 लाख 71 हजार रुपये का गबन किया। इन लोगों ने 20 बार अलग-अलग तरीकों से राशि को अपने खाते में डलवाया और तत्काल निकाल लिया। जब नियमित प्राचार्य नरेंद्र राठौर की पदस्थापना हुई, तब यह घोटाला सामने आया।
जांच में सामने आया कि इस गबन में न केवल स्कूल स्टाफ, बल्कि ट्रेजरी और जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के कर्मचारी भी शामिल थे। मामले में शिक्षा विभाग ने पुन्नीलाल कुर्रे और कैलाशचंद्र सूर्यवंशी को निलंबित कर दिया, जबकि प्यारेलाल मरावी की कोरोना के दौरान मृत्यु हो गई।
CG SCHOOL FRAUD हालांकि पुन्नीलाल कुर्रे ने कोर्ट में कहा था कि वे राशि जमा कर देंगे, इस आधार पर उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिली, लेकिन अब तक उन्होंने पैसे जमा नहीं किए। इसके बाद हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने उनकी जमानत रद्द कर दी, और डिवीजन बेंच ने भी राहत देने से इनकार कर दिया। बावजूद इसके, पुलिस ने अब तक गिरफ्तारी नहीं की, जिससे कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस की चुप्पी और शिक्षा विभाग की निष्क्रियता इस मामले में गहरी साजिश की ओर इशारा कर रही है। क्या पुलिस जानबूझकर पुन्नीलाल कुर्रे और कैलाशचंद्र सूर्यवंशी को सुप्रीम कोर्ट जाने या फरार होने का मौका देना चाहती है? या फिर गबन की इस बड़ी रकम के पीछे कुछ और ताकतवर लोगों का भी हाथ है?
CG SCHOOL FRAUD रतनपुर थाना प्रभारी नरेश कुमार चौहान ने कहा कि उन्होंने हाल ही में कार्यभार संभाला है और मामले की गहन पड़ताल के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले पर उठ रहे हैं सवाल –
77 लाख रुपये की इतनी बड़ी गड़बड़ी पर अब तक गिरफ्तारी क्यों नहीं?
क्या पुलिस और शिक्षा विभाग की लापरवाही से आरोपी को फरार होने का मौका दिया जा रहा है?
क्या इस घोटाले में बड़े अधिकारियों की भूमिका की जांच होगी?
CG SCHOOL FRAUD अब देखना यह है कि पुलिस कब तक पुन्नीलाल कुर्रे और कैलाशचंद्र सूर्यवंशी की गिरफ्तारी करती है या फिर यह मामला भी धीरे-धीरे ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा।