द बर्निंग ट्रेन बनने से बची बरौनी कोयंबटूर समर स्पेशल, टीटीआइ की तत्परता से टला बड़ा हादसा
रायपुर। बिहार के बरौनी जंक्शन बोकारो राऊरकेला झाड़सुगुड़ा होकर कोयंबटूर के लिए चलाई गई साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन शार्ट सर्किट की वजह से खतरे में पड़ गई थी। ट्रेन अपने निर्धारित समय पर चल रही थी कि अचानक एस-4 कोच में ड्यूटी कर रहे टिकट चेकिंग स्टाफ ने शार्ट सर्किट का धुआं उठते देखा।किसी भीषण हादसे की संभावना को देखते हुए चेकिंग स्टाफ टीटीआइ बीकेएससी महेंद्र साव ने अपनी ड्यूटी पर तत्परता दिखाते हुए तत्काल अपने स्टाफ रजनीश रोशन और रवि कुमार के साथ शार्ट सर्किट को रोकने के लिए इंतजाम किए। साथ ही वाणिज्य नियंत्रक आद्रा को सूचना दी। इसके बाद ट्रेन के राउरकेला स्टेशन पर पहुंचने पर तकनीकी स्टाफ के द्वारा पूरी ट्रेन रीचेक किया गया। ट्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बाद ही गाड़ी को आगे हरी झंडी दी गई।
इस ट्रेन में सफर कर रहे यात्री संस्कार श्रीवास्तव ने चल टिकट परीक्षकों की इस संबंध में बरती गई सावधानी और कर्तव्य परायणता की सराहना करते हुए रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से ट्रेनों में होने वाली शार्ट सर्किट की घटनाओं को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम करने की मांग की है। इस घटना को ट्विटर के माध्यम से संस्कार ने रेल मंत्री तक बात पहुंचाने का प्रयास किया।
गौरतलब है कि गर्मी के दिनों में एयर कंडीशन और स्लीपर कोच में इस तरह की घटना की संभावना बनी रहती है। हालांकि रेलवे के द्वारा शार्ट सर्किट की संभावना को शून्य बनाने के लिए अत्याधुनिक विद्युत वितरण सुरक्षा तंत्र ट्रेनों में सुनिश्चित किया जा रहा है, लेकिन फिर भी चलती हुई ट्रेन में यात्रियों को इस लिहाज से अपनी सुरक्षा की चिंता बनी रहती है। यात्री संस्कार श्रीवास्तव ने संबंधित टीटीआइ स्टाफ की तरह ही आम यात्रियों को भी जागरूक होने का निवेदन किया है।