एफआईआर दर्ज नहीं करने की शर्त पर बैंक महिला आरक्षक को पैसा लौटाने हुआ तैयार बैंक प्रबंधक
महिला आरक्षक के खाते से फर्जी हस्ताक्षर कर निकाले गये 4 लाख
सुकमा। एसबीआई की सुकमा ब्रांच के बैंक प्रबंधन की लापरवाही से बस्तर बटालियन में पदस्थ महिला आरक्षक पोडिय़ाम रामो के खाते से बीते 8 महीने से दूसरी महिला पैसे आहरण कर रही थी। पीडि़त महिला आरक्षक ने इसकी शिकायत बैंक से की है। महिला के अनुसार अब तक उसके खाते से करीब 04 लाख से भी ज्यादा की राशि निकाली गई है। बैंक महिला आरक्षक पोडिय़ाम रामो को इसकी भरपाई करने के लिए तैयार हो गया है, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं करने की शर्त रखी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बस्तर बटालियन की महिला आरक्षक पोडिय़ाम रामो की पोस्टिंग कामानार सीआरपीएफ कैंप में है और उसका बैंक खाता सुकमा के एसबीआई ब्रांच में है। मोबाइल सीम ब्लॉक होने की वजह से बैंक से मेसेज नहीं आ रहा था। महिला आरक्षक पोडिय़ाम रामो ने बताया कि 05 जुलाई को नया सीम लेने के बाद बैंक से मेसेज अलर्ट सुविध को एक्टिवेट करवाया गया, 08 जुलाई को कामानार सीआरपीएफ कैंप में ड्यूटी के दौरान दोपहर करीब एक बजे उसके मोबाइल में 50 हजार रुपये एसबीआई की शाखा सुकमा से कैश विथड्रावल करने का मेसेज आया। मैसेज मिलने के कुछ मिनटों में उसने सुकमा ब्रांच मैनेजर को फोन पर इसकी शिकायत की। जिसके बाद बैंक प्रबंधन ने मामले की पतासाजी की। बैंक में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। जिसमें एक महिला द्वारा राशि निकासी करती नजर आई। बैंक स्टाफ ने तत्काल उक्त महिला को ढूंढकर लाया गया और पुलिस को सुपुर्द कर दिया।
सुकमा एसबीआई ब्रांच की लापरवाही से महिला आरक्षक पोडिय़ाम रामो के खाते से दूसरी महिला पैसे निकाल रही थी। बैंक ने सिग्नेचर अपडेट के दौरान जरूरी दस्तावेज और बारीकी से पड़ताल नहीं की। जिसका आर्थिक खामियाजा महिला आरक्षक को उठाना पड़ा। महिला आरक्षक के अनुसार उसके खाते से करीब 04 लाख से ज्यादा रूपये निकाले गये हैं। बैंक में शिकायत करने पर प्रबंधन ने बताया कि 03 जुलाई को पुराना पास बुक के आधार पर सिग्नेचर अपडेट किया गया है। जबकि मैं बीते कई महीनों से बैंक से कैश विथड्रावल नहीं किया है और न ही सिग्नेचर अपडेट के लिए आवेदन दिया है। उसने बताया कि 25 से 30 हजार रुपये की राशि निकालने में बैंक कर्मचारी आधार कार्ड व पासबुक की मांग करते हैं। लेकिन यहां बीते 08 महीने से फर्जी महिला द्वारा लाखों रुपये निकाल लिये गये और प्रबंधन ने जरूरी दस्तावेजों की मांग नहीं की।
सुकमा एसबीआई के शाख प्रबंधक अभिनव गुप्ता ने बताया कि खाता धारक महिला पोडिय़ाम रामो की लापरवाही से ही उसके खाते से पैसे निकाले गये हैं। उनका कहना है कि अगर वे पास-बुक को संभाल के रखती तो फर्जीवाड़ा नहीं होता। आरोपी युवती ने पुराने पास-बुक के साथ बैंक आई थी और सिग्नेचर अपडेट कराया था। खाता धारक द्वारा इसकी शिकायत करने के बाद आरोपी को पकड़ लिया गया है। उक्त आरोपी महिला से एक लाख 40 हजार रूपये बरामद किये गये हैं। मामला में अभी जांच चल रही है, बैंक महिला आरक्षक को पूरी राशि वापस देने के लिए तैयार है।