ATAL BIHARI VAJPAYEE JAYANTI : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि, लिखा भावपूर्ण लेख
ATAL BIHARI VAJPAYEE JAYANTI: PM Modi paid tribute to former Prime Minister Atal Bihari Vajpayee on his birth anniversary, wrote an emotional article.
नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहार वाजपेयी की आज जयंती है, इस मौके पर पूरा देश उन्हें याद कर रहा है। पीएम मोदी ने अपने वरिष्ठ नेता की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक लेख लिखा है। इस लेख में पीएम मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ के संबंधों को याद करते हुए उनकी उपलब्धियों पर बात की है।
पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा- “पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी 100वीं जन्म-जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। उन्होंने सशक्त, समृद्ध और स्वावलंबी भारत के निर्माण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका विजन और मिशन विकसित भारत के संकल्प में निरंतर शक्ति का संचार करता रहेगा।”
पीएम मोदी ने लिखा लेख
प्रधानमंत्री ने नमो ऐप पर वाजपेयी की 100वीं जयंती पर लिखा एक आलेख भी साझा किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के साथ जिस प्रकार देश को एक नई दिशा और गति दी, उसका प्रभाव हमेशा ‘अटल’ रहेगा। उन्होंने कहा, “यह मेरा सौभाग्य रहा है कि मुझे उनका भरपूर सान्निध्य और आशीर्वाद मिला।”
तीन बार पीएम बने थे अटल बिहारी वाजपेयी
वर्ष 1924 में आज ही के दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक थे। वह तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने। उनका पहला कार्यकाल 1996 में मात्र 13 दिन का था। इसके बाद, वह 1998 में फिर प्रधानमंत्री बने और 13 महीने तक इस पद को संभाला। वर्ष 1999 में वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बने। वह पहले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल पूरा किया।
पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर भी पीएम ने दी श्रद्धांजिल
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी पंडित मदन मोहन मालवीय की जयंती पर उन्हें भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन। वह एक सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ जीवनपर्यंत भारत में शिक्षा के अग्रदूत बने रहे। देश के लिए उनका अतुलनीय योगदान हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा।”