OIC की बैठक के बीच सऊदी और UAE ने कश्मीर को लेकर उठाया ये कदम, pakistan को लगी मिर्ची
नई दिल्ली. इस्लामिक सहयोग संगठन ( organization of islamic cooperation) की बैठक के बीच सऊदी अरब और यूएई के प्रतिनिधि कश्मीर में निवेश के लिए पहुंचे हैं.
मंगलवार से शुरू हुआ ये सम्मेलन आने वाले तीन दिनों तक जारी रहेगा. क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर बात करने के लिए इन देशों की विभिन्न कंपनियों के 30 सदस्य इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं.
निवेश के उद्देश्य से सम्मेलन के दौरान दो हजार एकड़ की भूमि आवंटित की गई है. जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव के अनुसार, प्रशासन ने निवेश के लिए उस भूमि को आवंटित नहीं किया है जो स्थानीय लोगों की है, बल्कि सरकारी जमीन को निवेश के लिए आवंटित किया गया है.
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग भी भूमि कानूनों में उचित संशोधन के बाद अपनी जमीन को बेचने के मामले में स्वतंत्र रूप से निर्णय ले सकते हैं.
जम्मू-कश्मीर में व्यापार को आकर्षित कर रहा है इंडिया
ऐसे वक्त में जब सऊदी अरब और यूएई के नेता ओआईसी में मौजूद हैं और पाकिस्तान कश्मीर का मुद्दा उठा रहा है, इन देशों के व्यापारिक प्रतिनिधियों का जम्मू-कश्मीर में निवेश के लिए आना बताता है कि इन देशों के लिए भारत कितना महत्वपूर्ण है.
2019 को जम्मू- कश्मीर से हटी थी धारा 370
भारत ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा खत्म कर दिया था. इसके बाद से ही सरकार ये प्रयास कर रही है कि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जाए. एशिया के कई देशों ने जम्मू-कश्मीर में निवेश को लेकर दिलचस्पी भी दिखाई है. इसी क्रम में यूएई, सऊदी अरब और हॉन्गकॉन्ग के व्यापारिक प्रतिनिधि भी जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं.