बिलासपुर। रेंज के बिलासपुर, कोरबा, मुंगेली और रायगढ़ जिले में जांच के दौरान हुई लापरवाही के कारण पांच मामलों में आरोपित छूट गए। आइजी संजीव शुक्ला ने इसे गंभीरता से लिया है। उन्होंने इन मामलों की समीक्षा कर संबंधित जिले के एसपी को विवेचक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। आइजी संजीव शुक्ला ने मंगलवार को रेंज के सभी जिलों के 716 मामलों की समीक्षा की। इसमें बिलासपुर के 154, रायगढ़ के 91, कोरबा के 120, जांजगीर-चांपा के 83, मुंगेली के 51, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, सारगंढ़-बिलाईगढ़ के 122 और सक्ती के 70 मामले रखे गए। समीक्षा के दौरान सामने आया कि 135 मामलों में पीड़ित अपने आरोप से मुकर गए।
इसके कारण इन मामलों के आरोपित न्यायालय ने दोषमुक्त कर दिया। पांच मामलों में विवेचकों की गलती सामने आई है। इनमें एक मामला बिलासपुर का है। इसके साथ ही कोरबा और मुंगेली के एक-एक मामले में जांच करने वाले पुलिसकर्मी की गलती सामने आई। रायगढ़ जिले के दो मामलों में विवेचक की गलती से आरोपित छूट गए। इन मामलों को आइजी ने गंभीरता से लिया है। आइजी ने संबंधित जिले के एसपी को मामले की जांच कर विवेचक के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। समीक्षा बैठक के दौरान जांजगीर-चांपा एसपी विवेक शुक्ला, माखनलाल पांडेय संयुक्त संचालक अभियोजन जांजगीर-चांपा, सुरेश कुमार साहू उप संचालक अभियोजन जांजगीर-चांपा मौजूद रहे।