AADI KARMYOGI ABHIYAN : आदिवासी बाहुल्य ग्रामों के विकास में जनभागीदारी बढ़ेगी, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश

AADI KARMYOGI ABHIYAN : Public participation will increase in the development of tribal dominated villages, Chief Minister gave instructions
रायपुर, 06 अगस्त 2025। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में कहा कि आदि कर्मयोगी अभियान के माध्यम से आदिवासी बाहुल्य ग्रामों का समग्र विकास जनभागीदारी से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने बताया कि इस राष्ट्रीय अभियान के तहत देशभर में 20 लाख स्वयंसेवकों को तैयार करने का लक्ष्य है, जिसमें छत्तीसगढ़ में 1,32,400 वॉलंटियर्स को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि युवाओं को वॉलंटियर्स के रूप में जोड़कर रचनात्मक गतिविधियों में भागीदारी कराई जाए। साथ ही, जनजातीय बाहुल्य गांवों में बुनियादी ढांचे की ‘क्रिटिकल गैप’ की पहचान कर 2 अक्टूबर 2025 को ग्राम सभाओं में इस पर विशेष चर्चा की जाए और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से इन कमियों को दूर किया जाए।
आदिम जाति कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने बताया कि ग्रामों में ‘आदि सेवा केंद्र’ स्थापित किए जाएंगे, जो मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता और योजनाओं के क्रियान्वयन में अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि धरती आबा और पीएम-जनमन जैसे संतृप्तिमूलक अभियान भी चलाए जा रहे हैं, जिनसे आवास, पक्की सड़कें, जलापूर्ति, आंगनबाड़ी और स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण कार्यक्रम 22 से 28 जुलाई 2025 तक सम्पन्न हो चुका है और जिला स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स की सूची भारत सरकार को भेज दी गई है। अब जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम जल्द आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव राहुल भगत, संयुक्त सचिव डॉ. रवि मित्तल, आदिम जाति कल्याण विभाग के आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।