Raipur Crime News: बेइज्जती का बदला लेने के लिए चार साल के मासूम को जिंदा जलाया, फोरेंसिक और पुलिस की टीम शव व घटनास्थल का कर रही है निरीक्षण

रायपुर। बेइज्जती का बदला लेने के लिए 40 वर्षीय पड़ोसी पंचराम ने चार साल के मासूम हर्ष चेतन को जिंदा जला दिया। आरोपित ने रायपुर के उरला से तीन दिन पहले उसका अपहरण किया था। इसके बाद बेमेतरा के श्मशान घाट ले गया, जहां पेट्रोल डालकर आग लगा दी। वारदात के बाद उसने बाइक बेच दी और महाराष्ट्र के नागपुर भाग गया। पुलिस आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में हर्ष को जलाकर हत्या करने का अपराध स्वीकार किया है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह हर्ष के छह वर्षीय बड़े भाई दिव्यांश की भी हत्या करना चाहता था।एएसपी सिटी तारकेश्वर पटेल ने बताया कि आरोपित हर्ष की मां के साथ नजदीकी बढ़ाना चाहता था। इस पर चेतन दंपती ने उसे फटकार लगाई थी। आरोपित इसे अपना अपमान मानते हुए बदला लेने के ताक में था। उन्होंने बताया कि पांच अप्रैल को हर्ष का अपहरण किया गया था। इसकी जानकारी उसके माता-पिता पुष्पा चेतन और जयेंद्र चेतन ने उसी रात करीब आठ बजे उरला पुलिस को दी थी। जांच में पता चला कि पड़ोसी पंचराम सुबह 10 बजे उनके दोनों पुत्र छह साल के दिव्यांश और चार साल के हर्ष चेतन को घुमाने के लिए अपनी बाइक से ले गया था।
लगभग आधे घंटे बाद उसने दिव्यांश को घर लाकर छोड़ दिया और हर्ष को साथ लेकर चला गया। काफी देर तक नहीं आने पर स्वजनों ने हर्ष की खोजबीन शुरू की। रात में पुलिस को इसकी जानकारी दी गई। उरला पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपित ने अपनी बाइक दुर्ग में बेची है। साथ ही उसके महाराष्ट्र में होने की सूचना मिली। उसे पकड़ने के लिए एंटी क्राइम, साइबर यूनिट और थाना उरला की टीम रवाना हुई। आरोपित पंचराम बार-बार अपना लोकेशन बदल रहा था। इसके बाद एक और बैकअप टीम रवाना की गई।
टीम ने बीती रात को नागपुर के पास पंचराम को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि पांच अप्रैल को सुबह लगभग 10 बजे हर्ष को लेकर वह बेमेतरा के हसदा गांव पहुंचा। वहां श्मशान घाट के पास उसके ऊपर पेट्रोल डालकर जलाने के बाद वह भाग निकला। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने हर्ष का जला शव बरामद कर लिया है। फोरेंसिक और पुलिस की टीम शव व घटनास्थल का निरीक्षण कर रही है।