बिजली विभाग में EPF घोटाला, 50 करोड़ से ज्यादा का गोलमाल, 20 साल से चल रहा है गोरखधंधा, आंख मूंदकर बिल पास कर रहे अधिकारी

अधिकारियों एवं ठेकेदार यूनिक ट्रेडर्स (मनोज ढोलकिया) की मिलीभगत से कर्मचारियो के भविष्यनिधि राशि में करोड़ो रूपए के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आ रहा है। इस फर्जीवाड़े में 8 से 10 कार्यपालन अभियंता एवं कुछ बड़े अधिकारी शामिल है। पिछले तीन साल में ही 8 करोड़ से भी ज्यादा का घोटाला हुआ है। जबकि PF का यह घोटाला पिछले 20 साल से चल रहा है। पैसे लेकर बिना ECR जांच किये बिना फर्जी बिल पास किया गया है।
कर्मचारियो की शिकायत है कि ठेकेदार के द्वारा हमे न पेस्लिप में हस्ताक्षर करवाया जाता है और न हमे मांगने पर स्लिप दिया जाता है। वेतनपर्ची माँगने पर कार्य से निकाल दिया जाता है। ऐसे 600 से अधिक कर्मचारियो की शिकायत है कि ठेकेदार के द्वारा फर्जी तरीके से बिल लगाया गया है और अधिकारियों द्वारा बिना ECR चेक किये ही देयक पास किया जा रहा है। इस शिकायत में सरायपाली, रायपुर शहर के चार , भांठापारा, कसडोल एवं रायपुर ग्रामीण के कार्यपालन अभियंता सहित बड़े अधिकारी सम्मिलित है। गौरतलब हो कि यूनिक ट्रेडर्स (मनोज ढोलकिया) जो पिछले 18 सालों से बिजली विभाग में ठेकेदारी का काम कर रहे हैं। जिनके विरुद्ध बिजली प्रबंधन को कर्मचारियों की शिकायतें हमेशा से रही है लेकिन कंपनी प्रबंधन हमेशा ठेकेदार का साथ देते रहे और आंख मूंदकर बिल पास करते रहे है। वर्तमान में यूनिक ट्रेडर्स के अंतर्गत सरायपाली, रायपुर शहर, भांठापारा, कसडोल, रायपुर ग्रामीण में कार्यरत कर्मचारी एवं कुछ वाहन चालक मिलाकर लगभग 600 से अधिक कर्मचारियो की शिकायत है कि ठेकेदार के द्वारा न ही पूरा वेतन दिया गया है, न बीमा की सुविधा दिया गया है। यही नही EPF की राशि भी नही दिया गया है। जबकि कंपनी प्रबंधन और उनके अधिकारी शुद्ध देयक यूनिक ट्रेडर्स को प्रदाय कर दिया जाता है। कर्मचारियो की शिकायत है कि ठेकेदार के द्वारा हमे न पेस्लिप में हस्ताक्षर करवाया जाता है और न हमे मांगने पर दिया जाता है, बल्कि वेतनपर्ची माँगने पर हमें कार्य से निकाल दिया जाता है। 600 से अधिक कर्मचारियो की शिकायत है कि ठेकेदार के द्वारा फर्जी तरीके से बिल लगाया गया है और अधिकारियों द्वारा बिना ECR चेक किये बिना ही देयक पास किया जा रहा है। इस शिकायत में सरायपाली, रायपुर शहर के चार, भांठापारा, कसडोल एवं रायपुर ग्रामीण के कार्यपालन अभियंता सहित बड़े अधिकारी भी सम्मिलित है।
00 घोटालों बाजो की सूची सबूत सहित मुख्यमंत्री और श्रम मंत्री के हाथ
सरायपाली एवं अन्य सभी कर्मचारियो की शिकायत है कि विभाग में शिकायत पर कोई कार्यवाही नही होती, इसलिए मुख्यमंत्री और श्रम मंत्री को शिकायत सौपा गया है। जिसमे मामले को जांच करवाने की मांग कर अपराधियो को जेल भेजवाने की मांग की गई है। यदि एक सप्ताह में कार्यवाही नही होती है तो बिजली मुख्यालय के सामने धरना देंगे साथ ही घोटालों बाजो को कोर्ट में लेकर जाएंगे। शिकायतो की बात कहे तो कर्मचारियो द्वारा अधिक्षण यंत्री से लेकर प्रबन्ध निदेशक तक शिकायत किया गया। लेकिन कार्यवाही के नाम पर शिकायतो को दबा दिया गया और ठेका नियम में बदलाव करते हुए ठेकेदार को ठेका देने के लिए घोटालोबाजो के द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है।