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बिलासपुर। गोठान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों को नहीं बुलाना 14 नोडल अधिकारी और सचिवों को महंगा पड़ गया। मामले की मौखिक शिकायत के बाद बिल्हा जनपद सीईओ बीआर वर्मा ने सभी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। उचित जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की भी चेतवानी दी गई है।
गोठान योजना को प्रोत्साहित करने शासन स्तर पर अभियान चलाया जा रहे हैं। बिल्हा जनपद पंचायत की तरफ से शासन के निर्देश पर दीपावली के बाद गोवर्धन पर्व पर गोठान दिवस मनाने का फरमान जारी किया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिए गए कि पंचायत के जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम में शामिल किया जाए। इसके बाद भी बिल्हा क्षेत्र में सीईओ के आदेश की सचिव और नोडल अधिकारियों ने धज्जियां उड़ा दी। बिल्हा ब्लाक के जनप्रतिनिधियों ने कार्यक्रम की सूचना नहीं दिए जाने पर नाराजगी जाहिर की है साथ ही इसकी मौखिक शिकायत सीईओ बीआर वर्मा से की। मामले को संज्ञान में लेते हुए बीआर वर्मा ने सात नोडल अधिकारी और इतने ही सचिवों को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
इन्हें मिला नोटिस
गोठान के नोडल अधिकारियों में प्रिया यादव, एसपी तिवारी, वर्षा देवांगन, वंदना पांडेय, पूर्वा गुप्ता, छाया ध्रुव और सचिव प्रीति वैस(ग्राम पंचायत फरहदा), भानुप्रताप विश्वकर्मा (ग्राम पंचायत हरदीकला), घनश्याम पटेल (ग्राम पंचायत सिलपहरी), भागीरथी कौशिक (ग्राम पंचायत नागरौड़ी), अजय कुमार डोंगरे (ग्राम पंचायत पौंसरा), बाबूलाल टंडन (ग्राम पंचायत लिमतरी) और निशा बंजारे (ग्राम पंचायत मगरउछला) शामिल हैं।