चंडीगढ़ : पंजाब की राजनीति में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवनियुक्त पार्टी अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच विवाद थम नहीं रहा है। मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की टीम ने विवाद को हवा देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह तब तक नवनिर्वाचित अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात नहीं करेंगेस जब तक वह सोशल मीडिया के जरिए किए गए हमलों के लिए माफी नहीं मांग लेते। अमरिंदर सिंह की टीम ने मंगलवार देर रात ट्वीट कर यह बात कही है। वहीं दूसरी ओर पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू आज श्री दरबार साहिब में नतमस्तक होंगे। होली सिटी स्थित उनकी कोठी पर विधायकों का आना-जाना शुरू हो गया है। अभी तक कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, विधायक अमरिंदर सिंह, विधायक राजा वाडिंग, विधायक सुखविंदर डैनी समेत करीब 15 बड़े नाम नेता सिद्धू के आवास पर पहुंच चुके हैं। सिद्धू की टीम की ओर से 65 विधायकों का समर्थन जुटाने का दावा किया गया है।गौरतलब है कि पंजाब कांग्रेस में इन दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है और अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में पार्टी की गाड़ी को बेपटरी कर सकता है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के मीडिया सलाहकार रवीन ठकराल ने ट्वीट किया, ”ये खबरें पूरी तरह झूठी हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह से मिलने के लिये समय मांग रहे हैं। मुख्यमंत्री के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है. वह तब तक सिद्धू से नहीं मिलेंगे जब तक वह सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ की गईं अपमानजक टिप्पणियों पर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांग लेते”। साथ ही पंजाब के मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा ने भी साफ कहा है कि मुख्यमंत्री के साथ नवजोत सिंह सिद्धू की कोई निजी बैठक नहीं हो रही है। मोहिंद्रा ने यह भी कहा कि सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करने के पार्टी आलाकमान के फैसले का स्वागत है, लेकिन मैं सिद्धू से तब तक नहीं मिलूंगा, जब तक वे मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मिलकर आपसी मुद्दों को सुलझा नहीं लेते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते सप्ताह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव हरीश रावत से भी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा था कि वे सिद्धू से तब तक नहीं मिलेंगे जब तक कि वह उनके खिलाफ अपने ‘‘अपमानजनक” ट्वीट के लिए माफी नहीं मांग लेते। सिद्धू को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने पर मुख्यमंत्री की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि यदि सिद्धू माफी मांग लेते हैं तो अमरिंदर सिंह को नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहने को कोई आपत्ति नहीं होगी, ऐसा संकेत अमरिंदर सिंह की टीम की ओर से दिया गया है।