PURVANCHAL EXPRESSWAY : New twist in Purvanchal Expressway private video scandal
नई दिल्ली। सुल्तानपुर के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर खड़ी कार में कपल के प्राइवेट पलों का वीडियो वायरल करने के आरोप में घिरे ATMS के पूर्व असिस्टेंट मैनेजर आशुतोष ने चुप्पी तोड़ते हुए पूरी कहानी को साजिश बताया है। उन पर आरोप है कि CCTV फुटेज से कपल की रिकॉर्डिंग कर उनकी निजता भंग की गई, बाद में उन्हें रोककर वीडियो दिखाया गया और 32 हजार रुपये लेकर मामला दबाया गया। वीडियो वायरल होने के बाद मामला तूल पकड़ गया था।
आशुतोष का कहना है कि जिस दिन का वीडियो बताया जा रहा है, उस दिन वे ड्यूटी पर थे ही नहीं। उनके मुताबिक विभाग के ही दो-तीन साथी वीडियो वायरल करने में शामिल थे और पूरा दोष उन पर डाल दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय लॉबी लंबे समय से उन्हें हटाने की कोशिश कर रही थी और यह पूरा विवाद उसी का हिस्सा है। आशुतोष ने दावा किया कि पीड़ित कपल ने खुद कहा है कि न उन्हें धमकी दी गई और न पैसे लिए गए। शिकायत करने वाले वही स्थानीय लोग हैं, जिनके हित उनसे प्रभावित हो रहे थे।
स्थानीय महिलाओं की रिकॉर्डिंग के आरोपों पर आशुतोष ने कहा कि एक बार सुबह एक कर्मचारी से गलती हुई थी, जिसकी फुटेज उन्होंने बाद में देखी और तुरंत चेतावनी भी दी। लेकिन उसी एक घटना को बढ़ा-चढ़ाकर उनके खिलाफ इस्तेमाल किया जा रहा है। कपल के वीडियो को ज़ूम कर देखने पर उन्होंने कहा कि किसी भी खड़ी गाड़ी को ज़ूम करके देखना ATMS की मानक प्रक्रिया है, ताकि पता चल सके कि कहीं गाड़ी खराब तो नहीं या कोई मेडिकल इमरजेंसी तो नहीं।
आशुतोष ने यह भी कहा कि वे ढाई साल से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर नौकरी कर रहे थे और अब तक उनके खिलाफ एक भी शिकायत नहीं आई। वह खुद को साफ छवि वाला बताते हुए कहते हैं कि मामले से जुड़े सबूत वे जल्द पेश करेंगे।
इस बीच हलियापुर थाने के उपनिरीक्षक मोहम्मद रफ़्फ़ान ने उनके खिलाफ BNS की धारा 308(2) के तहत FIR दर्ज कराई है। ATMS कंपनी ने उन्हें टर्मिनेट भी किया, लेकिन जांच में सामने आया कि टर्मिनेशन की तारीख बैकडेट में 30 नवंबर लिखी गई, जबकि शिकायत 2 दिसंबर को की गई थी। इससे कंपनी की कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं।
पूरा मामला तब सामने आया जब 8 दिसंबर को एक शिकायत पत्र और उससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। आरोप लगाया गया कि नवविवाहित कपल का वीडियो CCTV से रिकॉर्ड कर ब्लैकमेल किया गया। उसके बाद कई और लोग सामने आए और आशुतोष पर इसी तरह के आरोप लगाए। पीड़ितों ने CMO, DM और SP को सामूहिक शिकायत भी भेजी, जिसमें दावा किया गया कि आशुतोष कैमरों से महिलाओं पर नजर रखता था, निजी वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था और सर्विस लेन से जुड़े गांवों की गतिविधियां भी मॉनिटर करता था।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और आशुतोष के दावों तथा सामने आए आरोपों को लेकर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
