CHHATTISGARH IAS IFS CORRUPTION : Serious allegations against 51 officers, investigation reports pending for seven years…
रायपुर। छत्तीसगढ़ में प्रशासनिक सेवा के उच्च स्तर पर भ्रष्टाचार के कई मामलों ने सरकार की जांच व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य में 27 IAS और 24 IFS अधिकारियों यानी कुल 51 अफसरों पर भ्रष्टाचार, पद के दुरुपयोग, कमीशनखोरी और सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाने के आरोप दर्ज हैं। इन सभी प्रकरणों में विभागीय जांच तो जारी है, लेकिन कार्रवाई की रफ्तार बेहद धीमी है।
सात साल से लंबित जांच रिपोर्ट
स्थिति यह है कि एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार मामले की अंतिम जांच रिपोर्ट सात साल से लंबित है। रिपोर्ट पूरी नहीं हुई, लेकिन इस दौरान अधिकारी अहम विभागों में पदस्थ रहे और अपने पद का लाभ उठाते रहे।
विधानसभा में उठा मुद्दा
विधानसभा में पूछे गए सवाल के जवाब में सरकार ने स्वीकार किया कि 2019 से दिसंबर 2024 तक कुल 51 IAS–IFS अधिकारी भ्रष्टाचार के आरोपों के दायरे में हैं। सभी के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है, लेकिन कई मामलों में अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।
आरोपों का विस्तृत ब्योरा भी दिया गया
सरकार के जवाब में न सिर्फ संख्या बल्कि आरोपित अधिकारियों के नाम, उनके खिलाफ प्रकरणों का विवरण, अनियमितताओं की प्रकृति और वित्तीय नुकसान के आंकड़े भी शामिल किए गए। आरोपों में भ्रष्टाचार, पद का दुरुपयोग, धन की अनियमितता, करोड़ों रुपये के नुकसान जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।
इस धीमी जांच प्रक्रिया पर विपक्ष ने भी सवाल उठाए हैं और सरकार से कार्रवाई तेज करने की मांग की है।
