AMIT BAGHEL ARREST DEMAND : Demand for Amit Baghel’s arrest intensifies, 72-hour ultimatum given
रायपुर, 7 नवंबर। छत्तीसगढ़ के राजनीतिक माहौल में एक बार फिर हलचल मच गई है। महापुरुषों के प्रति कथित अपमानजनक टिप्पणी के मामले में छत्तीसढ़िया क्रांति सेना और जोहार पार्टी के नेता अमित बघेल के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद उनकी गिरफ्तारी की मांग तेज हो गई है।
अग्रवाल समाज और सिंधी समाज ने राजधानी रायपुर में हुए महाधरना आंदोलन के दौरान अमित बघेल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) के तहत कार्रवाई और तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए 72 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है।
पुलिस की छापेमारी जारी
पुलिस ने भी मामले में तेजी दिखाते हुए बघेल की गिरफ्तारी की कवायद शुरू कर दी है। एसीएसीयू क्राइम ब्रांच की टीम लगातार छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को पुलिस ने सुंदरनगर में सर्व छत्तीसढ़िया समाज की बैठक पर नजर रखी, लेकिन अमित बघेल वहां मौजूद नहीं थे। शुक्रवार को भी एक बैठक आयोजित होने की जानकारी मिली, हालांकि वहां भी बघेल का कोई सुराग नहीं मिला।
समाजों ने जताया आक्रोश
गुरुवार को हुई सर्व छत्तीसढ़िया समाज की बैठक में तीन सूत्रीय प्रस्ताव पारित किए गए –
एफआईआर का विरोध
केस वापस लेने के लिए मुख्यमंत्री से मुलाकात
सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने का संकल्प
इसके बाद शुक्रवार को एक और बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश स्तरीय महारैली निकालने पर विचार हुआ, लेकिन तारीख अभी तय नहीं की गई है।
फिलहाल पुलिस अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न ठिकानों पर दबिश दे रही है, वहीं समाजों की ओर से दी गई 72 घंटे की चेतावनी के बाद प्रशासन की सक्रियता और बढ़ गई है।
