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पीएम मोदी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से की बात, रूस-यूक्रेन युद्ध सहित इन मुद्दों पर हुई चर्चा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जिसमें दोनों नेताओं ने यूक्रेन संघर्ष को जल्द समाप्त करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इस दौरान भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय संबंधों की प्रगति की सकारात्मक समीक्षा भी की गई।

यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लेकर अमेरिकी पहल का कोई नतीजा निकलता नहीं दिख रहा है। यह बातचीत यूक्रेन विवाद को सुलझाने को लेकर पीएम मोदी की सक्रियता को भी दिखाता है।

हाल ही में उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन और यूरोपीय संघ की प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ भी बात की है जिसमें यूक्रेन युद्ध की समाप्ति पर विस्तार से विमर्श हुआ है। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों उन यूरोपीय नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के बीच वार्ता में हिस्सा लिया था।

पीएम मोदी ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों से की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है कि, “राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बहुत अच्छी बातचीत हुई। हमने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग की प्रगति की समीक्षा की और इसे सकारात्मक रूप से आंका। हमने यूक्रेन संघर्ष को जल्द समाप्त करने के प्रयासों सहित अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी वैश्विक शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।” यह स्पष्ट नहीं है कि बातचीत में अमेरिका की टैरिफ नीति के प्रभावों पर चर्चा हुई या नहीं।

ईयू प्रेसिडेंट से भी हुई थी पीएम मोदी की बात
पीएम मोदी ने हाल ही में यूरोपीय संघ (ईयू) की प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डेर लेयेन के साथ भी टेलीफोन पर बातचीत की थी। इसमें भारत-यूरोपीय संघ के रणनीतिक संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया गया था। इसमें भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर चल रही बातचीत जल्द पूरा करने की आवश्यकता पर बल दिया गया था। फ्रांस भी यूरोपीय संघ का सदस्य है।

भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक साझेदारी रक्षा, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में गहरी होती जा रही है। हाल ही में फ्रांस ने भारत के साथ रक्षा सहयोग को और बढ़ाने के लिए नई परियोजनाओं की घोषणा की थी, जिसमें राफेल लड़ाकू विमानों की आपूर्ति और पनडुब्बी परियोजनाएं शामिल हैं।

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