CG के इस स्कूल की बदहाली: जान जोखिम में डालकर शिक्षा पा रहे नौनिहाल, छत गिरने का खतरा बरकरार

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही :- शिक्षा को बेहतर भविष्य की कुंजी कहा जाता है, लेकिन जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के आदिवासी अंचल में स्थित प्राथमिक शाला डुमरिहां टोला सिवनी की बदहाली यह सोचने पर मजबूर कर देती है कि “ढहेगा इंडिया तो बढ़ेगा कैसे?”
यहां के छात्र-छात्राएं जर्जर स्कूल भवन में जान जोखिम में डालकर पढ़ाई कर रहे हैं। स्कूल की छत और दीवारें गिरने की स्थिति में हैं, जिससे किसी बड़ी अनहोनी का खतरा बना हुआ है। स्कूल के सभी कमरे खस्ताहाल हैं, जिससे बच्चों को बरामदे और खुले मैदान में पढ़ाई करनी पड़ रही है। बारिश में स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब पानी स्कूल के अंदर भर जाता है।
स्थानीय पालकों की चिंता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कई बार शासन-प्रशासन को गुहार लगाने के बावजूद आज तक ठोस कार्रवाई नहीं की गई। विष्णुदेव सरकार के सुशासन तिहार में भी ग्रामीणों ने अपनी बात रखी, लेकिन जमीनी हालात जस के तस हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि जिला गठन के चार साल बीत चुके हैं, पर मरवाही क्षेत्र की स्कूलों की तस्वीर नहीं बदली। अब देखना होगा कि शासन और प्रशासन कब तक इस संवेद