BODHGHAT INDRAVATI : बस्तर के विकास की नई रेखा, PM मोदी से CM विष्णुदेव साय ने की बोधघाट और इंद्रावती-महानदी परियोजनाओं पर चर्चा

BODHGHAT INDRAVATI : New line of development for Bastar, CM Vishnudev Sai discussed Bodhghat and Indravati-Mahanadi projects with PM Modi
नई दिल्ली। BODHGHAT INDRAVATI छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर बस्तर संभाग के सर्वांगीण विकास से जुड़ी दो अहम परियोजनाओं बोधघाट बहुउद्देशीय सिंचाई परियोजना और इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना के संबंध में विस्तार से चर्चा की।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि बस्तर लंबे समय से नक्सल प्रभावित क्षेत्र रहा है, जिससे वहाँ सिंचाई जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास नहीं हो पाया। बस्तर में कुल 8.15 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि में से मात्र 1.36 लाख हेक्टेयर भूमि पर ही सिंचाई सुविधा उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि इन परियोजनाओं को राष्ट्रीय परियोजना के रूप में स्वीकृत किया जाए, जिससे बस्तर के विकास को गति मिले।
बोधघाट परियोजना के लाभ –
लागत: ₹49,000 करोड़ (दोनों परियोजनाओं की सम्मिलित लागत)
जिले: दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के 269 गाँवों को मिलेगा सीधा लाभ
सिंचाई सुविधा: खरीफ और रबी मिलाकर 3,78,475 हेक्टेयर भूमि सिंचित
125 मेगावाट बिजली का उत्पादन
49 मि.घ.मी. पेयजल उपलब्धता
4,824 मीट्रिक टन वार्षिक मत्स्य उत्पादन से रोजगार सृजन
इंद्रावती-महानदी इंटरलिंकिंग परियोजना –
2830 मि.घ.मी. (100 TMC) पानी का ट्रांसफर इंद्रावती से महानदी कछार में
कांकेर सहित 3 लाख हेक्टेयर भूमि को मिलेगा सिंचाई लाभ
BODHGHAT INDRAVATI मुख्यमंत्री ने कहा कि इन योजनाओं से न सिर्फ कृषि और रोजगार को बल मिलेगा, बल्कि बस्तर को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम साबित होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों प्रस्तावों को गंभीरता से सुना और इस पर सकारात्मक विचार का आश्वासन दिया।
अब उम्मीद की जा रही है कि ये दोनों परियोजनाएँ बस्तर में शांति, विकास और नव अवसरों का द्वार खोलेंगी।