CG ELECTION : महापौर चुनाव में कांग्रेस का ड्रामा, त्रिलोक श्रीवास को कारण बताओ नोटिस
CG ELECTION: Congress drama in mayor election, show cause notice to Trilok Srivas
बिलासपुर। महापौर पद के उम्मीदवारी चयन से लेकर नामांकन और नाम वापसी तक कांग्रेस में जबरदस्त राजनीतिक ड्रामा देखने को मिला। नाम वापसी के आखिरी दिन त्रिलोक श्रीवास ने नाटकीय ढंग से अपनी दावेदारी छोड़ दी, लेकिन जाते-जाते मेयर प्रत्याशी प्रमोद नायक को ही खुली चुनौती दे डाली। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्थिति संभालने की कोशिश करते रहे, मगर मामला और उलझ गया।
पार्टी विरोधी गतिविधियों पर त्रिलोक श्रीवास को नोटिस
नाम वापसी के बाद भी विवाद थमा नहीं। त्रिलोक श्रीवास पर कांग्रेस के अधिकृत वार्ड पार्षद प्रत्याशी के खिलाफ काम करने का आरोप लगा है, जिसके चलते प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
PCC महामंत्री संगठन एवं प्रशासन गैंदू की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि वार्ड क्रमांक 68 (स्वामी रामकृष्ण परमहंस वार्ड) में पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार का समर्थन करने की लिखित शिकायत मिली है। यह कृत्य पार्टी के अनुशासन के खिलाफ है और इससे कांग्रेस संगठन की छवि धूमिल हुई है।
त्रिलोक श्रीवास को तीन दिनों के भीतर जवाब देने को कहा गया है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि तय समय में जवाब नहीं मिला तो उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा ने बागियों पर गिराई गाज, 6 साल के लिए निष्कासित
इधर, भाजपा ने भी संगठन विरोधी गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाया है। बिलासपुर नगर निगम चुनाव में 12 वार्डों में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत करने वाले कार्यकर्ताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
नगर निगम के अलावा नगरपालिका और नगर पंचायतों में बगावत कर चुनाव लड़ने वाले नेताओं को भी भाजपा ने पार्टी से बाहर कर दिया है। पार्टी के इस कड़े कदम से कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रखने का संदेश दिया गया है।
चुनाव से पहले कांग्रेस-भाजपा में घमासान तेज
बिलासपुर नगर निगम चुनाव में महापौर पद को लेकर कांग्रेस में अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है, वहीं भाजपा ने भी बागियों पर सख्त कार्रवाई करके पार्टी में अनुशासन कायम करने का संकेत दिया है। ऐसे में दोनों दलों के बीच सियासी घमासान और तेज होने के आसार हैं।