NEET-UG 2024: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने कहा है कि सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहे नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 (NEET-U 2024) के क्वेश्चन पेपर की कथित कॉपियों का वास्तविक पेपर से कोई संबंध नहीं है. कई रिपोर्टों में दावा किया गया कि मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट का क्वेश्चन पेपर ऑनलाइन लीक हो गया था. हालांकि, एनटीए के अनुसार, ये सभी रिपोर्ट्स “पूरी तरह से बेसलेस और बिना किसी आधार के” हैं.
सोशल मीडिया पर सर्कुलेट क्वेश्चन पेपर है फेक
एनटीए की सीनियर डायरेक्टर साधना पाराशर ने कहा, “सोशल मीडिया पर सर्कुलेट क्वेश्चन पेपर की अन्य सभी तस्वीरों का वास्तविक परीक्षा के क्वेश्चन पेपर से कोई संबंध नहीं है.” पाराशर ने आगे कहा कि गेट बंद होने और परीक्षा शुरू होने के बाद कोई भी बाहरी व्यक्ति या एजेंसी परीक्षा केंद्रों तक नहीं पहुंच सकती है. उन्होंने कहा कि केंद्र भी सीसीटीवी निगरानी में हैं.
साधना पाराशर ने आगे कहा “एनटीए के सुरक्षा प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर से यह पता चला है कि किसी भी पेपर लीक की ओर इशारा करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट पूरी तरह से बेसलेस और बिना किसी आधार के हैं. अफवाहों पर विराम लगाने के लिए, यह भी कहा गया है कि हर एक क्वेश्चन पेपर का हिसाब-किताब किया गया है.”
एनटीए की तरफ से यह घोषणा तब आई है, जब एनटीए ने हाल ही में कहा था कि राजस्थान के एक परीक्षा केंद्र, गर्ल्स हायर सेकेंडरी मॉडल स्कूल, मंदिर, मानटाउन, सवाई माधोपुर में केंद्र अधीक्षक द्वारा गलत क्वेश्चन पेपर बांटे गए थे. एजेंसी ने कहा था, “निरीक्षकों द्वारा इसे रोकने के प्रयासों के बावजूद, कुछ उम्मीदवार क्वेश्चन पेपर के साथ परीक्षा केंद्र छोड़ गए.”
एनटीए ने आगे आश्वासन दिया कि इस घटना के अलावा, NEET UG 2024 पूरे देश में सुचारू रूप से आयोजित किया गया था. आधिकारिक नोटिस में कहा गया है “एनटीए इस बात पर जोर देता है कि इस घटना ने अन्य केंद्रों पर परीक्षा प्रक्रिया की अखंडता से समझौता नहीं किया है. सभी उम्मीदवारों के लिए निष्पक्षता और समान अवसर के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए, एनटीए ने सक्रिय कदम उठाए हैं.”
बता दें कि लगभग 120 प्रभावित अभ्यर्थियों की दोबारा परीक्षा करायी गई है. करीब 24 लाख अभ्यर्थियों के लिए 5 मई को NEET UG 2024 की परीक्षा आयोजित की गई थी.