अंबिकापुर। एसईसीएल के रेहर भूमिगत खदान परियोजना में कोयला घोटाला की पांच दिनों तक जांच करने के बाद सीबीआई की टीम वापस लौट गई. इस दौरान दस्तावेजों की जांच व संबंधित अधिकारियों के बयान दर्ज किए गए. जुलाई 2022 में घोटाला सामने आया था. तब कंपनी की विजिलेंस टीम ने रेहर खदान के कोल स्टॉक की जांच में 2700 टन कोयला कम पाया था.
बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की पुष्टि हो जाने के बाद विजिलेंस टीम खदान के दस्तावेजों को जब्त कर अपने साथ ले गई थी. इससे पहले सीबीआई की टीम छह जनवरी को पहली बार यहां जांच में पहुंची थी दो दिन जांच के बाद लौट गई. टीम दूसरी बार 18 फरवरी को यहां फिर पहुंची और 22 दिनों तक सबूत एकत्र करती रही. अब तीसरी बार 10 अप्रैल को सीबीआई की टीम यहां पहुंची.