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CG NEWS : 226 दिनों में 1 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन कर नगरनार स्टील प्लांट ने स्थापित किया नया कीर्तिमान

CG NEWS: Nagarnar Steel Plant sets a new record by producing 1 million tonnes of hot metal in 226 days

नगरनार. नगरनार स्टील प्लांट के ब्लास्ट फर्नेस ने 7 अप्रैल 2024 को अपने पहले 1 मिलियन टन गर्म धातु के उत्पादन का मील का पत्थर पार कर लिया। ज्ञात हो के छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े ब्लास्ट फर्नेस ने पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर उत्पादन शुरू किया था। 15 अगस्त 2023 से 7 अप्रैल 2024 तक केवल 1226 दिनों की अवधि में 1 मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन करना सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील प्लांट्स के लिए एक नया कीर्तिमान स्थापित करना है।

सार्वजनिक क्षेत्र स्टील क्षेत्र के इतिहास में झांकें तो पता चलता है की अब तक कम से कम अवधि में पहिला १ मिलियन टन हॉट मेटल बनाने का सेहरा सेल के भिलाई स्टील प्लांट के सर था। भिलाई स्टील प्लांट को इस लक्ष्य तक पहुँचने में 259 दिन लगे थे। दूसरे नंबर पर इसको स्टील प्लांट था जिसने यह काम 280 दिनों में किया था। वहीं सेल की एक और इकाई राउरकेला स्टील प्लांट को 2015 में अपनी ब्लास्ट फर्नेस नंबर 5 से पहिला एक मिलियन टन हॉट मेटल उत्पादन करने में 283 दिन लगे थे।

बस्तर के नगरनार स्थित इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट ने मात्र 226 दिनों में 1 मिलियन टन हॉट मेटल का आंकड़ा पार कर इतिहास रचा है। श्री के प्रवीण कुमार, कार्यकारी निदेशक एवं प्रमुख, नगरनार स्टील प्लांट ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की । उन्होंने कहा, ” हॉट मेटल उत्पादन में निरंतर वृद्धि भारत की सबसे युवा ब्लास्ट फर्नेस के लिए अच्छा संकेत है। आते दिनों में हम प्रतिदिन 7000 टन हॉट मेटल का उत्पादन और 5500 टन हॉट रोल्ड कॉइल के उत्पादन कर अपने अल्पकालिक लक्ष्य तक पहुंचेंगे। उसके बाद हम जल्द ही ब्लास्ट फर्नेस को रेटेड कैपेसिटी याने प्रतिदिन 9500 टन उत्पादन तक ले जाएंगे।

ब्लास्ट फर्नेस में पलवेराइज्ड कोल इंजेक्शन (PCI) को सक्षम करने के लिए तत्काल भविष्य में प्रतिदिन 7000 टन गर्म धातु उत्पादन को स्थिर करना आवश्यक है। पलवेराइज़्ड कोल् इंजेक्शन से महंगा कोकिंग कोल कम मात्रा में उपयोग होगा जिससे उत्पादन लागत को कम करने में काफी मदद होगी।

4506 कुबिक मीटर क्षमता वाली नगरनार स्टील प्लांट की ब्लास्ट फर्नेस भारत की सबसे बड़ी ब्लास्ट फर्नेस में से एक है, जिसकी प्रतिदिन 9500 टन, और प्रति वर्ष 3.3 मिलियन टन गर्म धातु उत्पादन करने की क्षमता है।

मानक प्रक्रिया के अनुरूप, संयंत्र धीरे-धीरे गर्म धातु के साथ-साथ एचआर कॉइल्स की उत्पादन क्षमता भी बढ़ा रहा है। भारत के सबसे युवा एकीकृत इस्पात संयंत्र ने अब तक पांच लाख टन से अधिक एचआर कॉइल्स का उत्पादन किया है, जिसे उपभोकताओं में अच्छी स्वीकृति मिली है।

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