महाष्टमी पर महाआरती से गुंजा नवागढ़.. हजारो महिलाओ ने मानाबंद तालाब में किया गंगाआरती एवं दीपदान.
संजय महिलाग
नवागढ़। शारदीय नवरात्रि के दुर्गाष्टमी पर शमी गणेश शारदा महामाया पर्यटन समिति नवागढ़ एवं नगरवासियों द्वारा नगर के प्राचीन मंदिर में माँ महामाया की आरती के साथ मंदिर के सामने मानाबन्द तालाब परिसर के चारो और एकसाथ एक स्वर में ऐतिहासिक महाआरती,गंगा आरती एवं दीपदान का आयोजन किया गया। जिसमें नगरवासियों के साथ मुख्य वक्ता पंडित रामप्रताप शास्त्री, संसदीय सचिव एवं नवागढ़ विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे, आयोजन समिति अध्यक्ष विकास धर दीवान सहित अतिथिगण भी आरती में शामिल हुए।
नगर में शारदीय नवरात्र में लगातार पांचवी बार हो रहे इस ऐतिहासिक महाआरती में मुख्य मंच के साथ हजारों की संख्या में नगर के सुकुल पारा,बावा पारा, बीच पारा, देवांगन पारा, मिश्रा पारा, दर्री पारा, बावली पारा,शंकर नगर सहित सभी मुहल्लो की महिलाएं सम्मिलित होकर एक साथ एक स्वर में आरती गुंजायमान होती रही,जिसके साक्षी सभी नगरवासी बने। महाआरती में इसबार विशेष सजावट के साथ तालाब के घाटों में स्कूली बच्चों की आकर्षक झांकिया देखने को मिली। गुरुकुल विद्यालय, इंडियन पब्लिक स्कूल, सरस्वती शिशु मंदिर, स्वामी विवेकानंद स्कूल, रॉयल पब्लिक स्कूल, शारदा पब्लिक स्कूल, लक्ष्य पब्लिक स्कूल के बच्चे क्रमशः घाटों में उपस्थित रहे। महाआरती होने के बाद सभी महिलाओं अपने घर से लाए हुए दीपो का मां महामाया और गंगा मैया के चरणों मे दीप दान किया।
पंडित रामप्रताप शास्त्री ने कहा कि महामाया को नगरी में ऐसा धार्मिक आयोजन होना ऐतिहासिक पल है, यह नगर को धर्म नगरी के रूप पहचान दिलाता है। उन्होंने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि अध्यक्ष विकास दीवान के निरंतर प्रयास से नवागढ़ का यह विहंगम दृश्य निरंतर जारी है।
संसदीय सचिव बंजारे ने कहा कि यह नगर का एक बड़ा धार्मिक आयोजन है जिसमें मुझे बुलाने के लिए मैं समिति का आभारी हूँ। उन्होंने कहा कि धार्मिक व राजनीतिक कार्यक्रम एकदूसरे से अलग है, इस धार्मिक आयोजन में सभी दलों को एकसाथ जोड़ने की पहल की मैं सराहना करता हूँ। उन्होंने कहा कि राजनीति केवल चुनावी दिनों तक सीमित होनी चाहिए बाकि समय भाइचारे से रहने का है। उन्होंने समिति के लिए 5 लाख रुपये की सहयोग राशि की घोषणा की।
पर्यटन समिति अध्यक्ष विकास दीवान ने उपस्थित लोगो को जानकारी देते हुए कहा कि लगातार पिछले कई वर्षो से महाआरती नगर का एक प्रमुख धार्मिक आयोजन बन गयी है, जो दिनबदिन वृहद और आकर्षक स्वरूप लेते जा रही है। उन्होंने महाआरती को सफल व ऐतिहासिक बनाने के लिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से कार्य करने वालो को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि महाआरती की सफलता में पर्यटन समिति के सदस्यों ने पिछले 5 सालो से हर वर्ग हर दल को सम्मिलित करने का विचार लेकर काम किये जिसके चलते आयोजन को भव्य रूप मिला है।
महाआरती में अध्यक्षता अविनाश धर दीवान ने की। इस दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष तिलक घोष, गिरेन्द्र महिलांग,राकेश जायसवाल, शमशेर खान, संतोष खुराना,मधु रॉय, नरेंद्र शर्मा, सुरेंद्र तिवारी,विनोद साहू, दयावंत बांधे, देवादास चतुर्वेदी, जगजीवन खरे, नेमिराज सोनवानी, हरिकिशन कुर्रे, अंजली मार्कण्डेय, सबीना खान, चन्द्रपाल साहू, नप उपाध्यक्ष आशाराम ध्रुव,हेमंत सोनकर, बबलू ताम्रकार, शाहिद खान, कपिल साहू, मिन्टू बिसेन, टीकम पूरी गोस्वामी, रतन दिवाकर, छल्ली सोनकर, राधा गोलू सिन्हा, रमेश निषाद,वीरेन्द्र जायसवाल, राजेंद्र मिश्रा, सुरेश निषाद, केके मिश्रा, दिव्यम शुक्ला,रामनाथ योगी, जितेंद नाथ योगी, बिहारी श्रीवास्तव,भुखन पूरी गोस्वामी,राजेश दीवान,संतोष संतोष देवांगन, श्रीकांत ठाकुर, कोशन कुम्भकार, राजा खान,प्रमोद साहू, मनोज पुरबिया,आनंद गायकवाड, मिलाप साहू,जुगरु साहू,छन्नू सोनकर,तनु दीवान,कुलेश्वर सिन्हा, शिव सोनकर,मिथलेश सोनकर, होरीलाल रजक,धनीराम निर्मलकर,पंचू यादव,कन्हैया भोई,गुनी रजक,मनीष श्रीवास,मुकेश सिन्हा,परसादी यादव, कृष्णा ध्रुव, भागवत सोनकर, शंकर सोनकर, सहित बड़े संख्या में लोग उपस्थित रहे।