डेढ़ किलो सोने से हुआ मां महामाया का श्रृंगार, अद्भुत श्रृंगार के दर्शन के लिए मंदिर में उमड़ रही भक्तों की भीड़

रायपुर: पुरानी बस्ती स्थित राज राजेश्वरी मां महामाया का भी अति सुंदर श्रृंगार किया गया है. माता की एक झलक पाने को लोग कई कई घंटे लंबे लाइन में लगे हुए हैं. माता के अद्भुत श्रृंगार के दर्शन के लिए सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती हैं. पूरे मंदिर को जगमगाती हुई लाइट्स और फूलों से सजाया जाता है. माता के दरबार में भक्तों का ताँता लगा ही रहता है.
नवरात्रि में पुरे शहर को दुल्हन की तरह सजा दिया जाता है. देवी माता के मंदिरों में अलग ही रौनक होती है. माँ के मंदिरों में ज्योत कलश से पूरा वातावरण जगमग हो गया है. माता के अद्भुत श्रृंगार के दर्शन के लिए सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी रहती हैं. पुरानी बस्ती स्थित राज राजेश्वरी मां महामाया का भी अति सुंदर श्रृंगार किया गया है. माता की एक झलक पाने को लोग कई कई घंटे लंबे लाइन में लगे हुए हैं.
महामाया का जितना सुन्दर रूप उसी तरह उतना ही सुन्दर श्रृंगार किया जाता है. यहाँ सालों से माता का श्रृंगार नवरात्रि में भव्य तरीके से किया जाता है. साल के दोनों नवरात्रि चैत्र नवरात्रि और शारदिय नवरात्रि में माता का श्रृंगार डेढ़ किलो सोने के आभूषण से किया जाता है. डेढ़ किलो सोने के आभूषण मां का श्रृंगार पिछले 3 सालों से किया जा रहा है. मंदिर के पुजारी ने बताते हुए कहा कि माता के स्वर्ण हार की लंबाई डेढ़ फिट और चौड़ाई 10 इंच है. साथ ही माता का मुकुट भी स्वर्ण से बना हुआ है. रोज सुबह 4 बजे माता का श्रृंगार किया जाता है.