BIG BREAKING : भाजपा नही करेगी अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव, जानिए वजह …
BIG BREAKING: BJP will not conduct elections for the next national president, know the reason…
नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को एक्सटेंशन मिलने जा रहा है. यानी उनका कार्यकाल बढ़ाया जा रहा है. बीजेपी संविधान के अनुसार अध्यक्ष पद पर तीन साल के लिए नियुक्ति होती है. जेपी नड्डा के कार्यकाल के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं. 2024 के चुनाव को देखते हुए चर्चा थी कि नड्डा ही आगे अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे या शीर्ष नेतृत्व नए पार्टी अध्यक्ष को चुने जाने की तैयारी कर रहा है. फिलहाल, अब तस्वीर साफ हो गई है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, जेपी नड्डा को अप्रैल-मई 2024 तक के लिए एक्सटेंशन मिल सकता है. यानी लोकसभा चुनाव तक जेपी नड्डा ही पार्टी के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. अभी फिलहाल बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए चुनाव नहीं होगा. लोकसभा चुनाव और कुछ महत्वपूर्ण राज्यों के विधानसभा चुनावों के मद्देनजर फैसला लिया गया है.
बता दें कि नड्डा का तीन साल का कार्यकाल 20 जनवरी 2023 को समाप्त हो रहा है. उन्हें जुलाई 2019 में कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था और 20 जनवरी 2020 को उन्होंने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाली थी. उनका चुनाव सर्वसम्मति से हुआ था.
लगातार दो कार्यकाल मिलने का प्रावधान –
बीजेपी के संविधान के अनुसार, पार्टी अध्यक्ष को तीन-तीन साल के लगातार दो कार्यकाल मिल सकते हैं. इसी तरह ये भी प्रावधान है कि कम से कम 50 प्रतिशत राज्य इकाइयों में संगठन चुनाव होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. राज्यों में चुनाव की प्रक्रिया अगस्त से शुरू हो जानी चाहिए थी, लेकिन अभी तक नहीं हो सकी.
इस साल दो राज्यों में विधानसभा चुनाव –
इस साल गुजरात, हिमाचल प्रदेश और अगले साल कर्नाटक, त्रिपुरा, मेघालय, मिजोरम, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव हैं. पार्टी नेता इन चुनावों में व्यस्त रहेंगे. लिहाजा, संगठन चुनाव साथ-साथ कराए जाना संभव नहीं होगा. बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह को भी 2019 में इसी तरह लोकसभा चुनाव तक एक्सटेंशन दिया गया था.
बीजेपी नेताओं के अनुसार, नड्डा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास पात्र माना जाता है और उनके अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए पार्टी नेतृत्व ने फैसला लिया है. जातीय समीकरणों के हिसाब से भी नड्डा फिट बैठते हैं.