MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER : म्यांमार में फिर भूकंप के झटके, 7.7 तीव्रता के झटकों से 10,000 से ज्यादा की मौत, भारत ने भेजी मदद

MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER : Earthquake strikes Myanmar again, more than 10,000 killed due to 7.7 magnitude tremors, India sends help
नेपेडॉ. MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER म्यांमार में लगातार भूकंप के झटकों से तबाही मची हुई है। रविवार सुबह आए 5.1 तीव्रता के भूकंप ने एक बार फिर लोगों में दहशत फैला दी। इससे पहले 29 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप ने देश में भारी तबाही मचाई थी। वैज्ञानिकों के मुताबिक, इस भूकंप से 334 परमाणु बमों के बराबर ऊर्जा निकली, जिससे पूरे क्षेत्र में संकट की स्थिति बनी हुई है।
10,000 से ज्यादा की मौत, बचाव कार्य में बाधा
MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER स्थानीय प्रशासन ने अब तक 1,600 से अधिक मौतों की पुष्टि की है, जबकि अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) का अनुमान है कि यह आंकड़ा 10,000 से अधिक हो सकता है। म्यांमार में गृहयुद्ध और संचार बाधाओं के कारण बचाव कार्य प्रभावित हो रहा है, जिससे सटीक आंकड़ों का पता लगाना मुश्किल हो रहा है।
भूकंप का कारण और भविष्य की चेतावनी
MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER भूवैज्ञानिकों के अनुसार, यह भूकंप भारतीय टेक्टोनिक प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव के कारण आया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि आने वाले महीनों में और भी भूकंप के झटके महसूस किए जा सकते हैं, जिससे तबाही और बढ़ सकती है।
गृहयुद्ध और संचार बाधाओं से राहत कार्य मुश्किल
MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER म्यांमार पहले से ही गृहयुद्ध की मार झेल रहा है, और अब भूकंप ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। संचार व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं, जिससे राहत कार्यों में गंभीर बाधा आ रही है। संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चिंता जताई है कि संघर्ष और अव्यवस्था के कारण राहत सामग्री जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच पा रही है।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ, ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू
भारत ने म्यांमार में राहत पहुंचाने के लिए ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ शुरू किया है। भारतीय वायुसेना का एक विमान 15 टन राहत सामग्री लेकर यांगून पहुंचा, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सोलर लैंप, जनरेटर और दवाइयां शामिल थीं। भारत के दूत अभय ठाकुर ने यह आपूर्ति यांगून के मुख्यमंत्री यू सोई थीन को सौंपी।
MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, “भारत अपने पड़ोसी देशों के साथ खड़ा है और संकट की इस घड़ी में हर संभव मदद करेगा।” जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सहायता भेजने का भी आश्वासन दिया गया है।
थाईलैंड और चीन में भी महसूस हुए झटके
MYANMAR EARTHQUAKE DISASTER म्यांमार की सीमा से सटे चीन के युन्नान प्रांत और थाईलैंड के बैंकॉक में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। थाईलैंड में अब तक 6 लोगों की मौत, 22 घायल और 101 लोग लापता हैं। वहां के प्रशासन का कहना है कि भूकंप का प्रभाव कई दिनों तक महसूस किया जा सकता है।
अभी और झटकों की संभावना, वैज्ञानिकों की चेतावनी
भूवैज्ञानिक जेस फीनिक्स ने आगाह किया है कि टेक्टोनिक प्लेटों की यह हलचल अभी रुकने वाली नहीं है। आने वाले हफ्तों और महीनों में म्यांमार और आसपास के इलाकों में और भी झटके महसूस हो सकते हैं, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं।