
रायपुर। दुश्मन से जीतना है तो पहले हारना सीखो। यह बात छत्तीसगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष अमर पारवानी के लिए सही लगती है । चैम्बर के दीवाली मिलन समारोह में बीते चुनाव के प्रतिद्वंदी व्यापारी एकता पेनल के व्यापारी नेताओं को सादर आमंत्रित कर पारवानी ने न केवल चैम्बर में अपने पांव जमा लिए बल्कि यह बता दिया कि विरोधी खेमे में गिनती के ही कुछ लोग बचे हैं बाकी बड़ा धड़ा उनके साथ जुड़ने को आतुर है। इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि विरोधी खेमे के कतिपय व्यापारी नेताओं को वर्तमान कार्यकारिणी में जोड़ कर उनका कद बरकरार रखा जा सकता है । फिलहाल विरोधी खेमे के आका अलग-अलग और अकेले पड़ सकते हैं, क्योंकि डूबते जहाज में कौन सवार होगा?
गौरतलब है कि बीते वर्ष खबर चालीसा ने ही सबसे पहले अमर पारवानी की जीत का संकेत दिया था। याद करें चैम्बर के चुनाव से पहले कैट के दीपावली मिलन में विरोधी खेमे के प्रमुख नेता के विरोधियों को एकजुट कर कैट ने अपनी रणनीति बता दी थी। और इस रणनीति पर खबर चालीसा की खबर व्यापारी एकता पैनल की लिए बड़ा संकेत था , उस समय संकेत को विरोधी पक्ष ने गंभीरता से नहीं लिया जिसका परिणाम निकला चैंबर चुनाव में व्यापारी एकता पैनल की करारी शिकस्त। कहा जाता है , विनाश काले विपरीत बुद्धि , चुनाव हारने के बाद भी व्यापारी एकता पैनल के नेता ऊंट-पटाग और उलूल- जुलूस हरकतें कर अपना ही नुकसान कर रहे हैं । दरअसल विरोधी नेता के सलाहकार उन्हें गर्त में डुबाने में जुटे हैं और उन्हें खबर तक नहीं।चैम्बर के दीवाली मिलन समारोह में रामजी लाल अग्रवाल , असुदराम वाधवानी , महेंद्र धाड़ीवाल , कन्हैया अग्रवाल , पूर्व चेयरमैन पूरनलाल अग्रवाल ,योगेश अग्रवाल , पूर्व अध्यक्ष जैन जितेंद्र बरलोटा , भारामल , अर्जुनदास ओचवानी , रतनलाल अग्रवाल , आदि कई दिग्गज का शामिल होना संकेत है की जय व्यापार टीम सबके साथ व्यापार हित में कार्य करेगी।
बहरहाल चैम्बर में जय व्यापार टीम ने विरोधी नेताओं का ज्यादा -सम्मान और पूछ-परख यह जता दिया कि आने वाले कई सालों तक जय व्यापार की टीम टिकी रह सकती है।अब देखना होगा कि इस टीम में और कितने लोग जुड़ते हैं। इस समय व्यापारी जगत की राजनीती में कैट और छत्तीसगढ़ चैम्बर दोनों संगठन में अमर पारवानी , अजय भसीन , उत्तम गोलछा , विक्रम सिंहदेव , भरत बजाज , नरेंद्र दुग्गड़ , जितेंद दोषी , राजेंद्र जग्गी , निवास रेड्डी , दीपक बल्लेवार , विजय शर्मा , सुरिंदर सिंग , राम मंधान , जयराम कुकरेजा , शंकर बजाज , यू एन अग्रवाल , और युवा चैम्बर की टीम समय के हिसाब से व्यापारी हित में कार्य कर रही है। देखना होगा की आगे आने वाले समय में कब तक एकजुटता कायम रहती है ?