अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने AI पर PM मोदी के विचारों की जमकर की तारीफ, कहा- मैं उनकी बातों से सहमत हूं’,
![](https://khabarchalisa.com/wp-content/uploads/2025/02/sgs-9.jpg)
नई दिल्ली। पीएम मोदी इस समय फ्रांस और अमेरिका की यात्रा पर हैं। मंगलवार को पीएम मोदी ने पेरिस में वैश्विक एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने इस समिट को संबोधित भी किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में एआई के कारण नौकरी जाने के डर के बारे में बात की।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इतिहास ने दिखाया है कि प्रौद्योगिकी के कारण काम गायब नहीं होता है। पीएम मोदी ने कहा कि समय के साथ नौकरियों की प्रकृति बदलती है और नई प्रकार की नौकरियां सृजित होती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने सराहना की है।
क्या बोले अमेरिकी उपराष्ट्रपति?
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी के स्पीच से सहमति जताई और इस बात की सराहना की कि क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानों की जगह ले सकता है। जेडी वेंस ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी की बात की सराहना करता हूं। मेरा मानना है कि एआई लोगों को सुविधा प्रदान करेगा और उन्हें अधिक उत्पादक बनाएगा। यह इंसानों की जगह नहीं लेगा।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने एक तर्क देते हुए कहा कि यह (एआई) कभी भी मनुष्यों की जगह नहीं ले सकेगा। और मुझे लगता है कि एआई उद्योग के बहुत से नेता, जब कर्मचारियों की जगह लेने के डर की बात करते हैं, तो वे वास्तव में मुद्दे से चूक जाते हैं।
पीएम मोदी ने क्या दिया सुझाव?
गौरतलब है कि पीएम मोदी ने एआई एक्शन समिट को संबोधित करते हुए सुझाव दिया कि हमें एआई-संचालित भविष्य के लिए अपने लोगों के कौशल और पुनः कौशल में निवेश करने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि एआई की उच्च-ऊर्जा तीव्रता की जांच की जानी चाहिए। इसके भविष्य के लिए हरित ऊर्जा की आवश्यकता होगी।
चीन पर जेडी वेंस ने किया कटाक्ष
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एआई के अत्यधिक विनियमन के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने चीन पर भी कटाक्ष किया और कहा कि एआई क्षेत्र का अत्यधिक विनियमन एक परिवर्तनकारी क्षेत्र को नष्ट कर सकता है, जैसे ही वह आगे बढ़ रहा हो। उन्होंने चीन को सत्तावादी शासन कहा, जो अपने देश और अन्य देशों में नागरिकों पर अधिक नियंत्रण के लिए एआई का उपयोग करना चाहता है।