Ukraine Russian War: प्रतिबंधों और चेतावनियों के बाद रूस ने दी धमकी, अमेरिका और यूरोपीय सहयोगियों ने लगाया प्रतिबंध, तो 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते है तेल
नई दिल्ली। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और चेतावनियों के बाद रूस ने धमकी दी है कि रूसी तेल को प्रतिबंधित करने से इसके दाम 300 डॉलर प्रति बैरल तक जा सकते हैं और जर्मनी के लिए मुख्य गैस पाइपलाइन बंद की जा सकती है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने के लिए अमेरिका ने कहा है कि वो और उसके यूरोपीय सहयोगी रूस से तेल आयात करने पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं. दुनिया भर में तेल के दाम साल 2008 के बाद सबसे उच्चतम स्तर पर पहुँच चुके हैं. सोमवार को कच्चे तेल के दाम 139 डॉलर प्रति बैरल पहुँच गए थे. रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्ज़ेंडर नोवाक ने कहा है कि ‘रूसी तेल को ख़ारिज कर देने से वैश्विक बाज़ार पर इसके विनाशकारी प्रभाव पड़ेंगे.’ उनका कहना है कि कच्चे तेल के दाम दोगुने होकर 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुँच सकते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने फ़्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं के साथ चर्चा के बाद मांगा समर्थन
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने फ़्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं के साथ चर्चा करके उनसे प्रतिबंध के लिए समर्थन मांगा है. हालांकि ऐसा भी माना जा रहा है कि अगर अमेरिका को समर्थन नहीं मिलता है तो वो अकेले ही इस पर आगे बढ़ सकता है. लेकिन यूरोप में अधिकतर देश रूसी ऊर्जा स्रोतों पर ही निर्भर हैं. इसके साथ ही अमेरिका भी अपनी ज़रूरत का तीन फ़ीसदी तेल रूस से आयात करता है.