
रायपुर : सूबे की सियासत में कांग्रेस खेमे के भीतर आया तूफ़ान थमने की बात दूर कम तक नहीं हुआ है। सिंहदेव-ब्रहस्पति सिंह का मामला अभी भी जारी है । नोटिस के जवाब नही मिलने से अभी भी मामला गर्म बना हुआ है ।कल सदन में टीएस सिंहदेव ने अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए कहा था कि जब तक मसला सुलझाया नहीं जायेगा वो सदन में उपस्थित नहीं हो गए ।इसके चलते कल दो दो बड़ी बैठक मुख्यमंत्री ने मंत्री और विधायकों की ली जिसमें विधायक ब्रहस्पति सिंह से 24 घण्टे में जवाब मांगकर नोटिस दी गई थी । किंतु विधायक ने अभी तक जवाब नहीं दिया है । उधर सिंहदेव भी अड़े हुए हैं कि इस मामले पर कोई एक्शन लिया जाए । देखा जाये तो छत्तीसगढ़ में अभी तक all is well था । किंतु इस मामले ने भारी उथलपुथल मचा दी है । लोग ये मान रहे हैं कि विधायक ब्रहस्पति सिंह में वो माद्दा नहीं है कि इस तरह का मामला उठा सके । उसके द्वारा 20 विधायकों को खड़ा किये जाने के पीछे भी किसी और का हाथ माना जा रहा है । पर यह भी तय है कि प्रदेश मुखिया में वो माद्दा है कि इस पूरे मामले को सुलझा सके । और ये भी तय है कि मामला जल्द ही शांत हो जाएगा । मंत्री सिंहदेव से भी सभी वाकिफ़ हैं कि वो किसी भ हालत में पार्टी का नुकसान नहीं होने देंगे । पार्टी को इस मुकाम तक पहुचाने में उनका सबसे बड़ा योगदान रहा है । मेडिकल कॉलेज से संबंधित बिल जो कि दायित्व वाले मंत्री होने की वजह से सिंहदेव को प्रस्तुत करना था उसे संसदीय कार्य मंत्री मंत्री रविंद्र चौबे प्रस्तुत कर सकते हैं।