TOMAR BROTHERS PROPERTY SEIZURE : सूदखोर तोमर बंधुओं पर शिकंजा, करोड़ों की संपत्ति कुर्क का आदेश

TOMAR BROTHERS PROPERTY SEIZURE : Crackdown on usurious Tomar brothers, order to seize property worth crores
रायपुर। रायपुर में कुख्यात सूदखोर और हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधुओं वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर की गिरफ्तारी से पहले ही प्रशासन ने उनकी संपत्ति जब्त करने की बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। रायपुर सेशन कोर्ट ने दोनों आरोपियों की चार संपत्तियों की कुर्की के आदेश दिए हैं और रायपुर कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा है। इसमें वीरेंद्र तोमर की तीन और रोहित तोमर की एक संपत्ति शामिल है।
सीएसपी राजेश देवांगन के मुताबिक, अगर कल तक आरोपी कोर्ट में पेश नहीं होते हैं तो कुर्की की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। रायपुर पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर लगातार छापेमारी की है, लेकिन अब तक वे पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। उनकी सूचना देने वालों के लिए 5,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया है।
तोमर बंधुओं पर कर्जा एक्ट, ब्लैकमेलिंग और संगठित अपराध के तीन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। वीरेंद्र और रोहित तोमर पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र से फरार चल रहे हैं। उनके खिलाफ IPC की धारा 308(2), 111(1) और छत्तीसगढ़ ऋणियों संरक्षण अधिनियम की धारा 04 के तहत मामला दर्ज है।
अपराध से करोड़ों की कमाई
वीरेंद्र तोमर ने 2008 में रायपुर के समता कॉलोनी में अंडे का ठेला लगाकर शुरुआत की थी। कुछ ही वर्षों में उसने सूदखोरी और रंगदारी को धंधा बना लिया और मारपीट, अपहरण और ब्लैकमेलिंग जैसी वारदातों से अकूत संपत्ति अर्जित की। आज उसके पास करोड़ों की हवेली, लग्जरी गाड़ियां, नकदी, सोना और अवैध हथियार तक मौजूद हैं।
पुलिस कार्रवाई में जब्त सामान
नकद: ₹35,10,300
सोना: 734 ग्राम
चांदी: 125 ग्राम
लग्जरी वाहन: बीएमडब्ल्यू, थार, ब्रेजा
इलेक्ट्रॉनिक सामान: लैपटॉप, iPad, DVR, ATM कार्ड, नोट गिनने की मशीन
दस्तावेज़: जमीन की रजिस्ट्री, रजिस्टर, ई-स्टांप
अवैध हथियार: रिवॉल्वर, पिस्टल, 5 तलवारें, कारतूस
लंबा आपराधिक रिकॉर्ड
दोनों भाइयों के खिलाफ रायपुर के कई थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं। इनमें हत्या, मारपीट, ब्लैकमेलिंग, सूदखोरी, रंगदारी और महिलाओं से जुड़े गंभीर अपराध शामिल हैं।
पुलिस का कहना है कि फरारी के दौरान भी दोनों गंभीर अपराध कर सकते हैं और उनका समाज में खुले घूमना खतरनाक हो सकता है। यही कारण है कि कोर्ट और प्रशासन ने अब उनकी संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई तेज कर दी है।