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वो 3 कारण जिनकी वजह से जल्द महंगा हो सकता है दूध, आम आदमी को लगेगा एक और झटका!

दूध उत्पादन की लागत बढ़ने का हवाला देकर तेलंगाना में दूध के दाम बढ़ चुके हैं.. कर्नाटक ने कह दिया है कि दाम बढ़ा सकता है. अब बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या देश के अन्य राज्यों में भी दूध महंगा होने जा रहा है… क्या वाकई में उत्पादन की लागत बढ़ गई है… क्या दूध की सप्लाई कम हो रही है. चलिए इन सवालों का जवाब जानते हैं. आमतौर पर नवंबर से मार्च का समय ऐसा होता है जब देश में दूध का उत्पादन (Milk Production) औसत से अधिक होता है, लेकिन कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस बार उत्पादन कम हो रहा है ऊपर से चारे का दाम बढ़ने की वजह से लागत ज्यादा हो गई है.

इन वजहों से महंगा हो सकता है दूध
पशुचारे के तौर पर इस्तेमाल होने वाले कपास खल की कीमतों पर नजर डालें तो सालभर में दाम 50-60 फीसदी तक बढ़ गए हैं. कमोडिटी एक्सचेंज एनसीडीईएक्स पर 5 जनवरी को जनवरी वायदा के लिए कपास खल का भाव 3300 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जबकि पिछले साल 5 जनवरी को भाव 2100 रुपए के करीब था. कपास खल की तरह सोया, सरसों और मूंगफली खल की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है ऊपर से हरा चारा भी महंगा हुआ है यानी लागत पहले से बढ़ गई है.

अब दूध उत्पादन की बात करते हैं. उत्पादन की जानकारी के लिए हमने देश की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन यानी अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढी से बात की, उन्होंने बताया कि गुजरात में तो दूध उत्पादन नौ फीसद बढ़ा हुआ है, देश भर में भी औसतन उत्पादन 5-6 फीसदी बढ़ा है. दुनियाभर में भारत ही ऐसा देश है जहां दूध उत्पादन की ग्रोथ सबसे ज्यादा है. हालांकि आरएस सोढी भी मानते हैं कि इस साल दूध के उत्पादन की लागत बहुत ज्यादा बढ़ गई है.दूध का उत्पादन तो जरूर बढ़ा है लेकिन जानकार मान रहे हैं कि कोरोना की वजह से सप्लाई भी प्रभावित हुई है.

डेयरी कंसल्टेंट डॉ. आरएस खन्ना का कहना है कि कोरोना की वजह से दूध की मार्केटिंग प्रभावित हुई है. दूध उत्पादकों के पास से दूध की उतनी खरीद नहीं हो पा रही है जितनी पहले होती थी. हालांकि आरएस खन्ना भी मानते हैं कि इस साल दूध के उत्पादन की लागत बढ़ गई है.लेकिन क्या लागत बढ़ने और सप्लाई प्रभावित होने की वजह से आने वाले दिनों में दूध की कीमतें बढ़ेंगी. हमने दोनों एक्सपर्ट से जब यह सवाल किया तो दोनों ने ही गोलमोल जवाब दिया.

अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढी ने कहा कि उत्पादन लागत बढ़ने से कीमतें बढ़ने के बारे में कुछ भी कहना अभी जल्दबाजी होगा. डॉ. आरएस खन्ना ने कहा कि कीमतों पर कुछ भी कहने से पहले देखना होगा कि उत्पादकों से हो रही कम खरीद का क्या असर पड़ता है.हालांकि दोनों ही एक्सपर्ट ने माना कि इस साल दूध उत्पादन की लागत ज्यादा है, अब देखना होगा कि लागत बढ़ने से क्या दूध के दाम भी बढ़ेंगे.

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