कोरोना से भी ज्यादा तेजी से फैलेगा इस घातक वायरस का संक्रमण, एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता
नई दिल्ली। विशेषज्ञों ने बर्ड फ्लू (H5N1) को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि ये घातक वायरस तेजी से महामारी का रूप ले सकता है और इसकी उच्च मृत्यु दर को देखते हुए कहा जा रहा है कि यह कोरोना महामारी से भी सौ गुना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि एच5एन1 वायरस गंभीर स्थिति की तरफ बढ़ रहा है और बहुत आशंका है कि यह वैश्विक महामारी का कारण बन सकता है।
तेजी से फ़ैल रहा HN51 वायरस का संक्रमण
पीट्सबर्ग में बर्ड फ्लू पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिक डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने चेतावनी दी है कि एच5एन1 वायरस बड़ी संख्या में स्तनधारी जीवों को संक्रमित कर सकता है, जिनमें इंसान भी शामिल हैं। डॉ. सुरेश कुचिपुड़ी ने दावा किया वायरस उस दिशा में बढ़ रहा है, जहां वह महामारी का कारण बन सकता है। उन्होंने कहा कि बर्ड फ्लू का संक्रमण दुनिया में जगह-जगह अभी भी मौजूद है और बड़ी संख्या में स्तनधारी अभी भी उससे संक्रमित हो रहे हैं। अब समय आ गया है कि हमें इसके खिलाफ तैयारी करनी चाहिए वरना हालात गंभीर हो सकते हैं।
कोरोना से 100 गुना ज्यादा खतरनाक होगा HN51
मीडिया रिपोर्ट्स में एक अन्य विशेषज्ञ के हवाले से कहा गया है कि बर्ड फ्लू संक्रमण कोरोना महामारी से भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि बर्ड फ्लू से फैली महामारी कोरोना महामारी से भी 100 गुना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकती है। बर्ड फ्लू महामारी में मृत्यु दर कोरोना की तुलना में बहुत ज्यादा होगी और अगर इसने इंसानों में म्युटेट होना शुरू कर दिया तो इसके और गंभीर होने का खतरा है।
बर्ड फ्लू के 887 मामले दर्ज हुए
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़ों के अनुसार, साल 2003 से एच5एन1 वायरस से संक्रमित होने वाले हर 100 मरीजों में से 52 की मौत हो चुकी है। इस तरह एच5एन1 की मृत्यु दर 50 फीसदी से ज्यादा है। इसकी तुलना कोरोना वायरस से करें तो उसकी मृत्यु दर महामारी की शुरुआत में कुछ जगहों पर 20 फीसदी थी, जो बाद में गिरकर सिर्फ 0.1 फीसदी रह गई थी। बर्ड फ्लू के अब तक सिर्फ 887 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें से 462 की मौत हो चुकी है।