
रायपुर। ऑटो चालक की हत्या का खुलासा पुलिस ने किया। जानकारी के मुताबिक प्रार्थी मनीष यादव ने थाना डी.डी. नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह भैंसथान सरोना में अपने परिवार एवं बड़े भाई चंदन यादव के साथ रहता है। प्रार्थी का बड़ा भाई आटो चलाने का काम करता था। प्रार्थी का बड़ा भाई अपनी आटो को लेकर घर से निकला था, जो देर रात तक घर नही आया था।
आगामी दिन पता चला कि जगुवार शो रूम के पीछे सरोना में एक व्यक्ति का शव पड़ा है। प्रार्थी जगुवार शो रूम के पीछे जाकर देखा तो रोड के किनारे एक शव पड़ा था, शव के गला से सिर व चेहरा का चमड़ी छिला हुआ तथा सिर के बाये तरफ किसी ठोस चीज से मारने का गहरा निशान होने के साथ ही मुंह का दांत एवं जबड़ा दिखाई दे रहा था तथा थोड़ी दूर में ही प्रार्थी के भाई का आटो भी खड़ा था।
प्रार्थी द्वारा शव के पहने हुए कपड़े एवं दाहिने हाथ में बने टैटू को देखकर शव की पहचान अपने भाई चंदन यादव के रूप में किया गया। किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा प्रार्थी के भाई चंदन यादव की हत्या कर पहचान छिपाने के उद्देश्य से उसके सिर व चेहरा की चमड़ी को छिल दिया था। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना डी.डी. नगर में अपराध क्रमांक 473/22 धारा 302, 201 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
हत्या की उक्त घटना को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर/अपराध अभिषेक माहेश्वरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पश्चिम देव चरण पटेल, नगर पुलिस अधीक्षक आजाद चैक उदयन बेहार, प्रभारी एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना प्रभारी डी.डी.नगर को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना डी.डी.नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा घटनास्थल का बारिकी से निरीक्षण कर हत्या के सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आस-पास के लोगों से विस्तृत पूछताछ कर अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल व उसके आस-पास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी हेतु प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गए।
टीम के सदस्यों द्वारा तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम के सदस्यों को जानकारी प्राप्त हुई कि मृतक चंदन के साथ अंतिम बार डी.डी. नगर सरोना निवासी आकाश सिंह उर्फ रामू एवं दीनानाथ यादव उर्फ दीना को एक साथ देखा गया था। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आकाश सिंह उर्फ रामू एवं दीनानाथ यादव उर्फ दीना की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया।
पतासाजी के दौरान दीनानाथ उर्फ दीना के संबंध में जानकारी प्राप्त हुई की वह कहीं अन्यत्र चला गया है तथा आकाश सिंह उर्फ रामू की पतासाजी कर पकड़ा गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में आकाश सिंह उर्फ रामू से पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध में अपनी संलिप्तता नही होना बताते हुए टीम को लगातार गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा था कि प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर आकाश सिंह उर्फ रामू अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः अपने साथी दीनानाथ उर्फ दीना के साथ मिलकर चंदन यादव की हत्या करना स्वीकार किया गया।