रायगढ़ । पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय निर्णय के अनुसार छत्तीसगढ़ के समस्त विधायकों को माननीय मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर अपने 5 बिंदुओं वाली समस्या के निराकरण हेतु माननीय महोदय को समर्थन देने हेतु निवेदन किया गया।
शिक्षक मोर्चा द्वारा सौपे गए ज्ञापन में मांग किया गया है कि शिक्षकों की शिक्षाकर्मी के रूप में की गई सेवा की गणना करते हुए उनकी प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना की जाए।
पेंशन निर्धारण हेतु केंद्र सरकार के तर्ज पर 33 वर्ष के स्थान पर 20 वर्ष की सेवा पर पेंशन निर्धारण किया जाए, सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति का निदान किया जाए, पूर्व सेवा गणना कर जन घोषणा पत्र में किए गए वायदे के अनुसार समस्त पात्र शिक्षकों को क्रमोन्नति का लाभ प्रदान करने तथा नई पेंशन स्कीम और पुरानी पेंशन स्कीम चयन हेतु अपरिवर्तनीय विकल्प चयन की व्यावहारिक समय सीमा में 3 माह की वृद्धि करने की मांग मोर्चा के द्वारा किया गया माननीय मंत्री के द्वारा पुरानी पेंशन को बेहतर बताया गया पदाधिकारियों ने भी पुरानी पेंशन की अच्छाइयों को स्वीकार किया, लेकिन पुरानी पेंशन के संबंध में वर्तमान में जो नियम अधिकारियों के द्वारा बनाई गई है, उसमें माननीय मुख्यमंत्री के घोषणा से हटकर नियम बनाया गया है। जिससे हमारे कुछ वरिष्ठ शिक्षक साथियों को पुरानी पेंशन की लाभ से वंचित होना पड़ रहा है।
जबकि मुख्यमंत्री ने पुरानी पेंशन की घोषणा के समय स्पष्ट तौर से कहा था की पुरानी पेंशन का लाभ समस्त कर्मचारियों को दिया जाएगा लेकिन वर्तमान में बनाए गए नियम से हमारे कई वरिष्ठ कर्म शिक्षक साथी जो 1998 2005-2006 से सेवा देने वाले कर्मचारी साथियों को पुरानी पेंशन की लाभ से वंचित होना पड़ रहा है साथ ही पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा की गणना 33 वर्ष किए जाने से कई साथियों को इसका लाभ अनुपातिक दृष्टि से नहीं मिल पा रहा है। संघ के पदाधिकारियों ने वर्तमान में लागू की गई पुरानी पेंशन की कुछ खामियों को सुधार करने हेतु पहल करने का निवेदन माननीय मंत्री से किया, जिसे मंत्री ने स्वीकार करते हुए अध्ययन करने की बात कही।
रायगढ़ विधायक से भी मिले शिक्षक
रायगढ़ विकासखंड के शिक्षक विधायक प्रकाश नायक के निवास पहुंचकर शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारियों ने अपने नेताओं के साथ उन्हें प्रांतीय आह्वान के आधार पर ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आग्रह किया जिला संयोजक नेतराम साहू राजकमल पटेल के साथ अन्य सभी पदाधिकारी भी विधायक निवास पहुंचे थे। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र से जुड़े हुए शिक्षक अपने अपने विधानसभा क्षेत्र के संबंधित विधायक के निवास पहुंचकर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।