Sukma IED Blast: मुख्यमंत्री साय ने शहीद ASP आकाश राव गिरपुंजे के घर पहुंचकर दी श्रद्धांजलि

Sukma IED Blast: रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुकमा आईईडी ब्लास्ट में शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे के राजधानी रायपुर स्थित निवास पहुंचकर उनके पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने शोकसंतप्त परिवारजनों से मिलकर शोक संवेदना व्यक्त की और उन्हें ढांढस बंधाया। इसके साथ ही उन्होंने घायल पुलिस अधिकारी (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी (TI) सोनल ग्वाला से निजी अस्पताल पहुंचकर मुलाकात की और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे के राजधानी रायपुर स्थित निवास पर मुख्यमंत्री साय ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि शहीद एएसपी आकाश राव गिरपुंजे ने अपने कर्तव्य के प्रति अदम्य साहस, निष्ठा और समर्पण दिखाते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया है। हमें उन पर गर्व है। सरकार इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ी है।
इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ पहुंचे वन मंत्री केदार कश्यप और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक नक्सल ऑपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने भी शहीद आकाश राव गिरपुंजे को श्रद्धांजलि अर्पित की।
CM साय ने घायल DSP और TI से हॉस्पिटल पहुंचकर की मुलाकात
बता दें कि IED ब्लास्ट में घायल हुए पुलिस अधिकारी (SDOP) भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी (TI) सोनल ग्वाला अब खतरे से बाहर हैं। दोनों का इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में जारी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज अस्पताल पहुंचकर उनसे मुलाकात की और स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान मुख्यमंत्री साय ने अस्पताल में डॉक्टरों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं।
जवानों से मुलाकात के दौरान उन्होंने उनके परिजनों से भी बातचीत की और आश्वासन दिया कि सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मीडिया से चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “दोनों अधिकारी अब खतरे से बाहर हैं। इलाज अच्छी तरह चल रहा है। परिजनों से बात हुई है और सरकार पूरी तरह उनके साथ है।”
कैसे हुआ ब्लास्ट?
गौरतलब है कि यह IED ब्लास्ट सोमवार को सुकमा जिले के कोन्टा-गोलापल्ली मार्ग पर उस वक्त हुआ जब पुलिस टीम इलाके में तलाशी अभियान पर निकली थी। इसी दौरान पहले से बिछाए गए आईईडी बम की चपेट में आने से एडिशनल एसपी मौके पर ही शहीद हो गए जबकि DSP चंद्राकर और TI ग्वाला गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद पूरे बस्तर संभाग में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों ने सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है।