रायपुर। भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ सहित 12 राज्यों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) कार्यक्रम की तिथियों की घोषणा कर दी है। इसी सिलसिले में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने मंगलवार को रायपुर स्थित कार्यालय में राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की।
बैठक का उद्देश्य राजनीतिक दलों को पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रक्रिया, तिथियों और जिम्मेदारियों की जानकारी देना था। बैठक में बहुजन समाज पार्टी (BSP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) (CPI-M), इंडियन नेशनल कांग्रेस (INC), आम आदमी पार्टी (AAP) और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
सीईओ यशवंत कुमार ने बताया कि SIR कार्यक्रम का उद्देश्य मतदाता सूची को सटीक, त्रुटिरहित और पारदर्शी बनाना है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में राजनीतिक दलों के बूथ स्तरीय एजेंटों (BLA) की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। सभी दलों से आग्रह किया गया है कि वे निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों को पूर्ण सहयोग दें ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र नाम सूची में न जोड़ा जाए।
बीएलओ (बूथ स्तरीय अधिकारी) मतदाताओं के घर-घर जाकर फॉर्म-6 और आवश्यक दस्तावेज एकत्र करेंगे, आधार लिंकिंग में मदद करेंगे और मृत या स्थानांतरित मतदाताओं के नाम चिन्हित करेंगे। मतदाता ऑनलाइन माध्यम से भी फॉर्म भर सकेंगे।
📅 विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रमुख तिथियाँ:
मुद्रण एवं प्रशिक्षण कार्य: 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025
घर-घर सत्यापन (गणना चरण): 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025
मसौदा मतदाता सूची का प्रकाशन: 9 दिसंबर 2025
दावे और आपत्तियों की अवधि: 9 दिसंबर 2025 से 8 जनवरी 2026
सुनवाई और सत्यापन (नोटिस चरण): 9 दिसंबर 2025 से 31 जनवरी 2026
अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन: 7 फरवरी 202
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि मतदाता सूची का यह पुनरीक्षण लोकतंत्र को मजबूत बनाने की दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने नाम की जाँच अवश्य करें और किसी भी त्रुटि की स्थिति में निर्धारित समयावधि में दावा या आपत्ति दर्ज कराएँ।
