जयपुर : राजस्थान में नए सीएम के चयन को लेकर बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक से पहले कांग्रेस के भीतर बवाल हो गया है. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर जुटे सीएम अशोक गहलोत खेमे के विधायक स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफा सौंपने के लिए उनके आवास पर पहुंच गए. उसके बाद गहलोत समर्थक विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को लिखित इस्तीफे की पेशकश की. वहीं, गहलोत खेमे के विधायकों के विरोध के चलते विधायक दल की बैठक को रद्द कर दिया गया है.
शांति धारीवाल के आवास में मौजूद विधायकों ने हम सब एक हैं के नारे लगाते हुए कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जाने से साफ इनकार कर दिया है. सूत्रों के मुताबिक शांति धारीवाल के आवास पर मौजूद करीब 92 विधायक स्पीकर सीपी जोशी को इस्तीफा सौंपेंगे. यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के यहां से सभी विधायक बस से सीपी जोशी के आवास पर पहुंच गए है.
गहलोत सरकार में खाद्द मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सभी विधायक नाराज हैं. इसलिए वे विधानसभा अध्यक्ष के पास इस्तीफा देने पहुंच गए हैं. सरकार जब संकट में थी, उस वक्त सभी ने सरकार का साथ दिया. लेकिन अब विधायकों की नहीं सुनी जा रही है. इसलिए विधायक नाराज हैं. प्रताप सिंह ने कहा कि अभी 92 विधायक हैं, जो विधानसभा अध्यक्ष के पास इस्तीफा देने के लिए स्पीकर सीपी जोशी के आवास पर पहुंच गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ देर में इनकी संख्या 100 से ज्यादा हो जाएगी.
दिन में धारीवाल के आवास पर एकत्रित हुए गहलोत खेमे के विधायकों ने साफ कर दिया था कि वे सचिन पायलट की ताजपोशी मंजूर नहीं करेंगे. गहलोत खेमे के विधायकों और मंत्रियों में सहमति बनी थी कि सरकार बचाने वाले 102 विधायकों में से किसी को भी सीएम बना दें, लेकिन मानेसर जाने वाले विधायक मंजूर नहीं हैं.
सूत्रों की मानें तो विधानसभा अध्यक्ष से मिलने के बाद सभी विधायकों को निजी होटल में ले जाया जा सकता है. सीपी जोशी की आवास से विधायक फिर से शुरू करेंगे रिसॉर्ट में बाड़ाबंदी. गहलोत समर्थक विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को लिखित इस्तीफे की पेशकश की है. बताया जा रहा है कि इस्तीफा देकर विधायक एक बार मुख्यमंत्री आवास जा सकते हैं. इस बीच सचिन पायलट, अशोक गहलोत, रघु शर्मा, अजय माकन और खड़गे मुख्यमंत्री आवास में आपस में चर्चा कर रहे हैं.
राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में जारी खींचतान के बीच भाजपा ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है. इसी क्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने ट्वीट कर लिखा है कि ‘रूझान आने प्रारंभ, जय भाजपा-तय भाजपा’. वहीं उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी ट्वीट कर सीएम गहलोत से इस्तीफे की मांग की है. उन्होंने लिखा कि ‘राजस्थान में मौजूदा राजनीतिक हालात राष्ट्रपति शासन की ओर इशारा कर रहे हैं. मुख्यमंत्रीजी, आप नाटक क्यों कर रहे हो? मंत्रिमंडल के इस्तीफे के बाद अब देरी कैसी? आप भी इस्तीफा दे दीजिए. इसके अलावा केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने भी ट्वीट कर लिखा कि ‘बाड़ेबंदी की सरकार एक बार फिर बाड़े में जाने को तैयार’.