पूजनीयों का मान रखें, निंदा से बचें, अपनी आत्मा पर बड़ा उपकार करेंगे : विराग मुनि
Respect the revered ones, avoid criticism, you will do great favor to your soul: Virag Muni
जैन दादाबाड़ी में चातुर्मासिक प्रवचन
रायपुर। पूज्यजनों की पूजा करें। किसी भी परिस्थिति में उनका अपमान करने से बचें। किसी की निंदा न करें। कोई बताए कि फलां व्यक्ति तुम्हें उल्टी-सीधी बातें कह रहा था, तो सीधे रिएक्ट न करें। सामने वाले व्यक्ति से मिलें। बात करें। उसे समझें। अगर उसके मन में आपके लिए बुरी भावना है, तो उसे दूर करें।
एमजी रोड स्थित जैन दादाबाड़ी में श्री विनय कुशल मुनिजी महाराज साहब के सानिध्य में चल रहे चातुर्मासिक प्रवचन में विराग मुनि महाराज साहब ने ये बातें कही। उन्होंने कहा, ऊपर बताई बातों को मान लिया तो आप उपकारी बन जाएंगे। अपनी आत्मा पर उपकार करने वाले उपकारी। महापुरुषों ने अपने भीतर जिन गुणों को लाया, आप भी लाइए। इसी मार्ग पर चलकर कितनों ने सिद्धत्व को प्राप्त किया। कई मोक्ष गए। जीवन में गुणानुरागी बनना सीखिए। दूसरों की प्रशंसा करेंगे, तो उनके गुण आपके भी अंदर आएंगे। निंदा करेंगे, तो खुद ही बुरे बन जाएंगे। किसी की तारीफ करके उसका एक गुण भी अपने भीतर आ जाए तो जीवन सफल मानिए। लोगों की बुराई कर अपनी समाधि क्यों बिगाड़ना!
परमात्मा भी चाहें तो किसी को सुधार नहीं सकते
मुनिश्री ने कहा, इतिहास उठाकर देखिए। ऐसे भी लोग हुए हैं, जिन पर परमात्मा की देशणा का भी कोई फर्क नहीं पड़ा। कहने का मतलब है कि परमात्मा भी चाहें तो किसी को नहीं सुधार सकते। आत्मा की गति सुधारने की पहल मनुष्य को स्वयं करनी होगी। इसकी शुरुआत संगत सुधारने से होगी। अच्छे लोगों के साथ रहेंगे, तभी जीवन का उद्धार होगा। खराब लोगों की संगत आपके पतन का कारण बनेगी। आज 80% युवा गलत संगति में है। समाज में नशाखोरी बढ़ने की ये मुख्य वजह है। इसके पीछे माता-पिता ही जिम्मेदार हैं, जो अपने बच्चों को जरूरत से ज्यादा छूट दे रहे हैं।
फिल्म में दूसरों पर रोकाटोकी छोड़कर अपना किरदार जियो
मुनिश्री ने कहा, ये दुनिया एक फिल्म है। इसमें कोई राजा है, कोई मंत्री है। कोई सेनापति है, कोई सैनिक है। हमारा किरदार भी तय है। तकलीफ ये है कि लोग अपनी भूमिका निभाना छोड़कर दूसरों पर रोकाटोकी करने में लगे हैं। वो ऐसा करता है, वो वैसा करता है। ये सब छोड़िए। अगर कोई बुरा भी है तो मान लीजिए कि उसका विलन का किरदार है। उसे अपना किरदार अच्छे से निभाने दीजिए। हर फिल्म में विलन का जो अंत होता है, उसका अंत भी वही होगा। आप बस अपना रोल निभाते जाइए। अच्छा काम किया तो सुपरस्टार बनने से कोई रोक नहीं सकता।
शाही ठाठ से हुआ तपस्वियों का पारणा
आत्मस्पर्शीय चातुर्मास समिति के अध्यक्ष पारस पारख और कोषाध्यक्ष अनिल दुग्गड़ ने बताया कि चातुर्मास में जारी महान सिद्धि तप के अंतर्गत बुधवार को पांच के उपवास का पारणा शाही ठाठ के साथ कराया गया। गुरुवार को तप के तहत चौथी कड़ी का पहला उपवास शुरू होगा। बसंत लोढ़ा और रमेश जैन ने बताया कि दादा गुरुदेव इकतीसा जाप के तहत बुधवार रात 8.30 से 9.30 बजे तक भक्तिमयी भजनों के साथ वंदना की गई।