रायगढ़। बेमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है. पिछले दो दिनों से कई जिले में रिमझिम बारिश हो रही है, जिसकी वजह से खेत में खड़े धान की फसल को नुकसान पहुंच रहा है. इसके अलावा जिन किसानों ने फसल की कटाई कर ली है, उनके सामने धान को सुरक्षित रखने की चुनौती खड़ी हो गई है
18 और 19 नवंबर को बारिश की संभावना
दरअसल, मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ में अगले एक सप्ताह तक बारिश होने की संभावना जताई है. लालपुर मौसम केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि चक्रीय चक्रवाती घेरा थाईलैंड और उसके आसपास दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर स्थित है, इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है. पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए प्रबल होकर और अवदाब के रूप में उत्तरी अंडमान सागर और उससे लगे दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर 15 नवंबर को पहुंचने की संभावना है. फिर यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए और प्रबल होकर आंध्र प्रदेश के तट पर उसके अगले 48 घंटे में पहुंचने का अनुमान है. इसके प्रभाव से प्रदेश में 18 और 19 नवंबर को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने के आसार हैं.
सरकार से उचित मुआवजे की मांग
उधर, खरीफ फसल धान की कटाई भी शुरू हो गई है. लेकिन लगातार बारिश से किसान परेशान हो रहे हैं. किसानों ने बताया कि कल से लागातार बारिश हो रही है. खेतों में कटे फसल भी भीग चुके हैं. कई किसान फसल कटाई के बाद मिसाई की तैयारी कर रहे थे, वह भी पूरी तरह से गीला हो गया है. आने वाले दिनों में और बारिश की भी संभावनाएं हैं. ऐसे में किसानों की मांग है कि जल्द ही सरकार को फसल नुकसान का सर्वे करना चाहिए और उचित मुआवजा देना चाहिए. इस बारिश से अब धान कटाई अगले 15 दिनों के लिए प्रभावित हो सकता है.
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