
नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने देशवासियों को ओणम की शुभकामनाएं दीं है.
इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को ओणम की पूर्व संध्या पर नागरिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह त्योहार समाज में सद्भाव, प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है.
हालांकि कोरोना वायरस महामारी के कारण लगातार दूसरे वर्ष ये पारंपरिक लोक कलाकार वार्षिक तिरू ओणम के मौके पर शनिवार को दशकों पुरानी प्रथा को कायम नहीं रख सकेंगे.
उन्होंने कहा कि खेतों में नई फसल की उपज के उपलक्ष्य में मनाया जाने वाला यह त्योहार, किसानों के अथक परिश्रम और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता को दर्शाता है.
आपकाे बता दें कि फसल कटाई के अवसर पर मनाया जाने वाला त्योहार ओणम, विशेष तौर पर केरल में मनाया जाता है.
केरल की पौराणिक कथाओं के अनुसार, असुर राज महाबली ने हर साल वार्षिक तिरू ओणम दिवस पर अपनी प्रजा से मिलने का भगवान विष्णु से वरदान प्राप्त किया था.
उत्तरी केरल के मालाबार क्षेत्र में महाबली वास्तव में ओणम के अवसर पर उसी तरह के वेशभूषा में गांव के प्रत्येक घर में जाते हैं जहां उनका स्वागत पारंपरिक दीपों और अक्षत (चावल) से भरे बर्तनों से किया जाता है.
इसके बदले महाबली परिवार के सदस्यों पर आशीर्वाद देते हैं. स्थानीय मान्यता के अनुसार मलयालम महीने चिंगम के उथराडोम और तिरू ओणम के दिनों में ओनापोट्टन का घर आना और आशीर्वाद देना शुभ माना जाता है.