सरकार की ब्रांडिंग पर गरीबों ने किया 602 करोड रुपए इन्वेस्ट ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कॉन्ग्रेस का घेराव का एलान

रायपुर 1 मार्च 2023 छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने प्रदेश के चर्चित चिटफंड घोटाले को लेकर तत्कालीन प्रदेश की सरकार और केंद्र की सरकार पर जवाबी हमला बोला है प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने तत्कालीन सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा की रमन सरकार की ब्रांडिंग के कारण गरीबों ने चिटफंड में 602 करोड़ रुपए इन्वेस्ट कर दिए क्योंकि उस समय चिटफंड कंपनियों के कार्यालय का उद्घाटन करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह उनके सुपुत्र अभिषेक सिंह और पत्नी वीणा सिंह जाया करते थे मोहन मरकाम ने कहा की पिछले दिनों नवा रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन को असफल करने के लिए देश की केंद्र सरकार ने काफी पुरजोर कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सकी किया अधिवेशन कांग्रेस के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है उनका कहना था कि बीजेपी ने अधिवेशन को असफल बनाने के लिए जो हथकंडे अपनाए वैसे हथकंडे तो अंग्रेजों के शासनकाल में नहीं अपनाए गए थे जबकि अंग्रेजों के शासनकाल के दौरान 58 अधिवेशन हुए और कई महत्वपूर्ण कानूनों दौरान भी पास किए गए उनका कहना था कि ईडी के छापे नेताओं नेताओं की गिरफ्तारी एक लक्ष्य करके किया गया यहां तक कि अधिवेशन के पंडाल के प्रमुख व्यापारिक को पीली ने 5 घंटे तक पूछताछ की है ताकि अधिवेशन को असफल किया जा सके पर बीजेपी के मंसूबे सफल नहीं हो सके उन्होंने बताया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता सोनिया गांधी पर भी गलत टिप्पणियां की गई अब कॉन्ग्रेस बीजेपी की इस निम्न स्तरीय राजनीति के खिलाफ सड़क पर उतार के लड़ाई लड़ने जा रही है और धरना प्रदर्शन आज से आरंभ किया जा रहा है उन्होंने कहा कि ईडी की पूरी कार्रवाई राजनैतिक बदला लेने की कोशिश का हिस्सा है किस प्रदेश में अनेकों घोटाले हुए हैं जिसमें छत्तीसगढ़ का सर्वाधिक चर्चित 36000 करोड़ का नाम घोटाला है जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं कर रही है 2019 में प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद आज तक जांच क्यों नहीं की की गई इसकी मांग कांग्रेस पार्टी करती है पत्रकार वार्ता में कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा की कॉन्ग्रेस ईडी के दफ्तर का घेराव करने की तैयारी कर ली है और अब आज से उसकी प्रारंभ करने जा रहे हैं महापौर एजाज ढेबर ने कहा की पिछले 8 माह से छत्तीसगढ़ की सरकार को बदनाम करने की कोठी से चल रही है 2020 से 2022 के मध्य कोयला घोटाले की काल्पनिक कहानी बनाई गई किस कहानी का पात्र सूर्यकांत तिवारी है जिस पर निशाना लगाने की कोशिश की जा रही बीजेपी और रमन सिंह से क्या संबंध है यह सामने आनी चाहिए 2010 से शुरू हुआ है इसकी जांच करना चाहिए 2022 में आई टी छापे में अदानी के मनी ट्रांसफर की बातें सामने आई थी आज तक कुछ प्ले में आरोप लगने के बाद भी कार्यवाही नहीं हूं आखिर अदानी के खिलाफ हवाला के माध्यम से पहुंचने वाले पैसे की जांच आईडी क्यों नहीं करती इसकी जांच होनी चाहिए अडानी के प्रमुख अमन सिंह है तो रमन सिंह के नजदीकी के अधिकारी रहे महापौर ने आरोप लगाया कि रमन सिंह ने ऐसा कौन सा बिजनेस किया कि 10 वर्ष में उनकी संपत्ति 10 गुना बढ़ गई टीवी के दौरे चरित्र को भी अब साफ करना चाहिए और कांग्रेस के खिलाफ सड़क पर उतर कर लड़ाई लड़ने जा रही है