चुनाव तक धोखे में रखती है मोदी सरकार फिर बढ़ा देती है ईंधन की कीमतें – विकास
रायपुर। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय सचिव विकास उपाध्याय बीते कुछ दिनों से देश में बढ़ती पेट्रोल और डीजल की कीमतों को लेकर केन्द्र की भाजपा सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह सरकार जन आक्रोश से बचने चुनाव संपन्न होने के पश्चात् इस तरह का जनविरोधी निर्णय लेती है। उन्होंने कहा कि सरकार को पेट्रोल और डीजल से आय पर निर्भरता कम करनी होगी, यह तो ऐसा निर्णय है कि आम जनता के जेब काटकर सरकार चलाने वाली बात है। उन्होंने कहा, बढ़ती कीमतों को लेकर जब तक देश भर में जन आक्रोश भाजपा की केन्द्र सरकार को दिखाई नहीं देगा वह ऐसा ही करते रहेगी।
उपाध्याय ने जारी बयान में कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार पर तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर हमला बोला है। उन्होंने कहा, केन्द्र सरकार का यह कहना सरासर गलत है कि उसके नियंत्रण में तेल की कीमतों को घटाना या बढ़ाना नहीं है। उपाध्याय ने कहा, जब-जब देश में चुनाव होते हैं उस अन्तराल तक पेट्रोल और डीजल की कीमत स्थाई रहती है, यह इसलिए कि केन्द्र की भाजपा सरकार मतदाताओं के जन आक्रोश से बचना चाहती है और मतदाताओं के साथ आँख मिचौली कर वोट हासिल कर लेती है। ऐसा पहली बार नहीं बल्कि हर बार हुआ है और देश की जनता इस धोखे में रहती है कि केन्द्र की भाजपा सरकार आम जनता के अनुरूप कार्य कर रही है।
उपाध्याय ने आगे कहा, केन्द्र एवं राज्य सरकारों को पेट्रोल और डीजल से मिलने वाले आय पर निर्भरता कम करनी होगी। यह ऐसा चीज है जिससे देश के हर नागरिक का उसके आर्थिक निर्भरता पर टीका हुआ है। उपाध्याय ने कहा, तेल की बढ़ती कीमतों का असर आम आदमी के ऊपर और उनके घर के बजट पर सीधे तौर पर पड़ता है। लोगों को घर चलाने में बहुत मुश्किलों का सामना करना तो पड़ ही रहा है, इस वजह से दैनिक खाद्य पदार्थों के मूल्य में भी वृद्धि हो रही है।
केन्द्र सरकार अपने टैक्स कम करे और जब तक केन्द्र की भाजपा सरकार एक्साइज ड्यूटी को कम नहीं करेगी तब तक आम जनता को राहत नहीं मिल सकती। भाषण जिसमें विदेश में किसी संकट पर भारत में पडऩे वाले प्रभाव का जिक्र किया था और वे एक तरह से पण्डित नेहरू का उपहास उड़ा रहे थे। तो फिर प्रधानमंत्री वो खुद क्या कर रहे हैं, देश की जनता को विस्तार से बताना चाहिए।